शराब पीकर आए तो समझो गए

नशेड़ी शिक्षकों पर शिक्षा विभाग सख्त, नहीं मिलेगा दूसरा मौका

शिमला – सरकारी स्कूलों में अगर कोई शिक्षक नशे की हालत में पाया जाता है तो उसे तुरंत सस्पेंड किया जाएगा। शिक्षा विभाग की ओर से ऐसे शिक्षकों को दूसरी बार मौका भी नहीं दिया जाएगा। इसके साथ ही अब हर माह उपनिदेशक स्कूलों में निरीक्षण के  लिए जाएंगे ओर कोई कमी पाने पर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी। प्रदेश प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने इस बारे में गाइडलाइन तो जारी कर ही दी है, साथ ही जिलों के उपनिदेशकों को भी शिक्षकों पर नजर रखने के आदेश दिए हैं। बताया जा रहा कि बिलासपुर के एक स्कूल में शराब पीकर समय से पहले ही छात्रों को छुट्टी कर देने के मामले के बाद शिक्षा विभाग ने यह सख्ती दिखाई है। हालांकि सभी सरकारी कार्यालय में ड्यूटी टाइम में नशा करने वालों को सस्पेंड करने के आदेश पहले से ही हैं, लेकिन दूसरे विभागों में एक मौका कर्मियों को दिया जाता है, लेकिन शिक्षा विभाग में ऐसा नहीं होगा। बिलासपुर के मुरारी स्कूल में आए मामले के बाद शिक्षा विभाग ने शिक्षकों को हिदायत दी है कि वे स्कूल में इस तरह की हरकतें न करें, क्योंकि इससे छात्रों पर बुरा प्रभाव पड़ता है।  बता दें कि विभाग हर साल उपनिदेशकों  द्वारा स्कूलों में बार-बार निरीक्षण करवाता है और इस दौरान उन शिक्षकों की लिस्ट बनाई जाती है, जो छुट्टी होने से पहले ही स्कूलों से बंक मारकर चले जाते हैं। शिक्षा विभाग ने इस साल अभी तक एक शिक्षक को ही नशे की हालत में पाए जाने पर सस्पेंड किया है। खास बात यह रहेगी कि उपनिदेशकों के साथ अब प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय के निदेशक भी समय-समय पर स्कूलों में जाएंगे ओर औचक निरिक्षण करेंगे। इसके साथ ही स्कूल प्रबंधन व शिक्षकों को छात्रों के लिए नशे से दूर रखने के लिए भी कई कार्यक्रम आयोजित करने होंगे।

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