शिमला में वीआईपी अड़चनें : नागरिक सुविधाएं बंद, दफ्तर ठप

राजधानी शिमला में वीवीआईपी मूवमेंट के चलते जहां शहर के कुछ लोग खुश हैं। वहीं, अधिकांश इससे होने वाली परेशानियों से खफा भी हैं। लोग जहां तक एक तरफ यह मानते हैं कि वीवीआईपी के आने से शहर की बदहाल व्यवस्था में निखार आता है। वहीं, उनका यह भी मानना है कि इससे आम जनता को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इन दिनों ग्रीष्मकालीन प्रवास पर हैं। हर साल राष्ट्रपति यहां आते हैं। वीवीआईपी मूवमेंट को लेकर ‘दिव्य हिमाचल’ ने आम जनता की राय जानी तो उन्होंने कुछ प्रतिक्रिया दी

 आम जनता की परेशानी बढ़ा दी है

शिमला के सुभाष वर्मा का कहना है कि राष्ट्रपति के शिमला प्रवास ने आम जनता की परेशानी बढ़ा दी है। खासतौर पर इससे स्कूली बच्चे, कर्मचारी वर्ग और वरिष्ठ नागरिक सबसे अधिक दिक्कतें झेल रहे हैं। राष्ट्रपति की मूवमेंट के चलते शहर में कई स्थानों पर मार्गों को वन-वे कर दिया गया है।

टै्रफिक जाम की समस्या भी कम दिखती

हरीश गुलेरिया का कहना है कि वीवीआईपी मूवमेंट होनी चाहिए, मगर वीवीआईपी मूवमेंट से जनता को परेशानी नहीं होनी चाहिए। अधिकतर मार्गों में अवैध पार्किंग नहीं दिखती है और टै्रफिक जाम की समस्या भी कम दिखती है। मगर मूवमेंट के खत्म होते ही फिर से अव्यवस्था का आलम दिखता है।

लैंडिंग कल्याणी हेलिपैड पर हो

देशबंधू सूद का कहना है कि वीवीआईपी की लैंडिंग कल्याणी हेलिपैड पर ही होनी चाहिए। शहर में वीपीआईपी की कम मूवमेंट होनी चाहिए । जो वीआईआई की मूवमेंट से जनता को झेलनी पड़ती हंै। उन्होंने कहा कि वीवीआईपी मूवमेंट से मूल निवासियों की दिनचर्या प्रभावित होती है।

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