अमरीका यूएनएचआरसी से बाहर

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद पर लगाया भेदभाव का आरोप

वाशिंगटन— अमरीका ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) से बाहर होने का ऐलान कर दिया है। अमरीका ने मानवाधिकार परिषद पर इजरायल विरोधी होने का आरोप लगाते हुए यह फैसला लिया है। अमरीकी विदेश मंत्री माइक पोपिओ और संयुक्त राष्ट्र में अमरीका की राजदूत निक्की हेली ने प्रेस कान्फ्रेंस कर इसकी घोषणा की और परिषद को राजनीतिक पक्षपात से प्रेरित बताया। पोंपिओ और निक्की ने घोषणा करते हुए रूस, चीन, क्यूबा और मिस्र को जमकर सुनाया भी। अमरीका का आरोप है कि उसके द्वारा संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में सुधारों की कोशिशों को इन देशों ने पूरा नहीं होने दिया है। हेली ने उन देशों की भी आलोचना की जो अमरीकी मूल्यों को साझा तो करते हैं, लेकिन यथास्थिति को गंभीरता से चुनौती देने के इच्छुक नहीं हैं। एनएचआरसी की स्थापना 2006 में हुई थी। इसका मकसद दुनिया भर में मानवाधिकार के मुद्दों पर नजर रखना है। उधर, संयुक्त राष्ट्र ने अमरीका के संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद से बाहर निकलने पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा है कि अमरीका को बाहर होने की बजाय दुनिया में हो रहे मानवाधिकार उल्लंघनों को देखते हुए अपनी संलग्नता को और अधिक बढ़ाना चाहिए। यूएन ने अमरीका के मानवाधिकार परिषद से बाहर निकलने की हेली की घोषणा को ‘निराशाजनक’ बताया है।