अस्त-व्यस्त जीवन में व्यायाम जरूरी

 यमुनानगर में हरियाणा के परिवहन मंत्री कृष्ण लाल ने 3000 लोगों संग किए आसन

 यमुनानगर— चतुर्थ अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष में तेजली खेल परिसर में योग दिवस समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन हरियाणा के परिवहन मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने दीप प्रज्जवलित कर के किया। परिवहन मंत्री के साथ ही रादौर के विधायक श्याम सिंह राणाए यमुनानगर के विधायक घनश्याम दास अरोड़ाए उपायुक्त गिरीश अरोड़ा व अतिरिक्त उपायुक्त केके भादू ने भी दीप ज्योति जलाई व अपने कर कमलों से पौधा रोपण भी किया। योग दिवस कार्यक्त्रम में जिला के लगभग 3000 से अधिक महिलाए पुरूष और बच्चों ने योगाभ्यास किया। योग दिवस समारोह में पंतजलि योग समिति के जिला प्रभारी जय कुमार और महिला प्रभारी निशा गुलाटी व अन्य प्रशिक्षकों ने योग साधकों को खडे होकर, बैठकर और लेटकर किए जाने वाले योग के 20 से अधिक आसनों का अभ्यास करवाया। जिला स्तरीय अंतरराष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्त्रम में योग साधकों को संबोधित करते हुए हरियाणा के परिवहन मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने लोगों को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि प्रथम अंतरराष्ट्रीय योग दिवस में 177 देशों ने भाग लिया था तथा भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग के महत्व को समझकर इसके प्रचार.प्रसार के लिए विशेष कदम उठाए है। उन्होंने कहा कि योग रखे निरोग, योग भगाए रोग की युक्ति को सभी व्यक्ति अपने जीवन में अपनाए। उन्होंने कहा कि योग पुरानी परपंरा है जिसे महर्षि पंतजलि ने सुत्रबद्व किया था। उन्होंने कहा कि योग जीवन और शरीर की साकारात्मक शक्ति को बढ़ाता है इसलिए सभी योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाए। परिवहन मंत्री ने कहा कि चौथे अंतर्रांष्टीय दिवस पर यमुनानगर के लोगों के बीच आकर उन्हें बड़ी खुशी हो रही है। आज न केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। इस बात का श्रेय कर्मयोगी एवं दूरदर्शी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाता है। उन्होंने कहा कि योग सदियों से भारत की पहचान रहा है और इस विद्या को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पुनत्र स्थापित किया है।  श्री कृष्ण लाल पंवार ने कहा कि आज के आधुनिक युग में योग का महत्व और बढ़ गया है क्योकि बदलती जीवन शैली और खान.पान की आदतों के कारण लोगों खासकर युवाओं के जीवन में तनाव बढ़ रहा है। अति व्यस्तता, मन की व्यग्रताए अत्याधिक तनावए प्रदूषण और भागम भाग से लोग कई तरह के विकारों का शिकार हो रहे है। उन्होंने कहा कि योग शारीरिकए मानसिकए नैतिक और अध्यात्मिक रूप से स्वस्थ बनने का मूलमंत्र है। यह मनए आत्मा और शक्तियों का आत्मबोध कराने का कारगर रास्ता है। योग कला, विज्ञान और दर्शन का बेजोड़ संगम है तथा मानवता को एकजुट करने की ताकत है।