इजरायल ने पहली बार खरीदा हिमाचली लहसुन

सोलन— औषधीय रूप से गुणकारी हिमाचली लहसुन पहली बार इजरायल निर्यात किया गया है। जानकारी के अनुसार इजरायल, मलेशिया एवं बांग्लादेश का एक व्यापारी दल बीते सप्ताह फल एवं सब्जी मंडी सोलन पहुंचा था। इस दौरान इन व्यापारियों ने मंडी से 10-10 टन पार्वती-282 किस्म लहसुन की खरीददारी की। बताया जा रहा है कि इन देशों के व्यापारियों ने अभी ट्रायल बेस पर ही लहसुन की खरीददारी की है। यदि ट्रायल सही रहा तो इन देशों से और डिमांड आ सकती है। गौर रहे कि गत वर्ष सब्जी मंडी सोलन से बांग्लादेश, मलेशिया व श्रीलंका के लिए लहसुन निर्यात किया गया था। इस लिस्ट में अब इजरायल देश भी शामिल हो गया है। यह पहला अवसर है, जब सोलन से इजरायल के लिए लहसुन निर्यात किया गया हो। इससे विश्व पटल पर लहसुन के क्षेत्र में हिमाचल का नाम तो अंकित होगा ही, साथ ही उत्पादकों की भी चांदी लगेगी। उल्लेखनीय है कि लहसुन अनेक गुणों से युक्त एक औषधि भी है। इसके सेवन से अनेक बीमारियों से छुटकारा मिलता है। जानकारों का तो यहां तक मानना है कि इसके सेवन से निपाह वायरस का भी असर नहीं होगा। कयास लगाए जा रहे हैं कि इसी उद्देश्य से खासतौर पर मलेशिया के लिए लहसुन का निर्यात किया गया हो, क्योंकि मलेशिया ही निपाह वायरस की जड़ है। बताया जा रहा है कि बांग्लादेश एवं मलेशिया निर्यात करने से पूर्व तमिलनाडु में लहसुन की छंटनी होगी, लेकिन इजरायल के लिए मुबंई में। दोनों स्थानों पर कंट्री डिमांड के अनुसार ही पैकिंग की जाएगी। खासतौर पर इजरायल के लिए पांच-पांच किलोग्राम के पैकेट तैयार किए जाएंगे।

* बीते सप्ताह इजरायल, मलेशिया एवं बांग्लादेश के व्यापारी सोलन मंडी आए थे। वे यहां से 10-10 टन लहसुन ट्रायल बेस पर ले गए हैं। ट्रायल सही रहा तो और डिमांड आ सकती है

पदम पुंडीर, लहुसन आढ़ती, फल एवं सब्जी मंडी, सोलन

* बीते वर्षों की तरह इस वर्ष भी कुछ देशों को लहसुन का निर्यात किया गया है। लहसुन उत्पादन के क्षेत्र में हिमाचल धीरे-धीरे विश्व पटल पर अपना नाम दर्ज करवा रहा है

प्रकाश कश्यप, सचिव, कृषि ऊपज एवं मंडी समिति, सोलन