कश्मीर में तीन आतंकी हमलों में दो पुलिसकर्मी शहीद, 12 जख्मी

पुलवामा-अनंतनाग में जवानों के साथ आम आदमी भी थे निशाना

श्रीनगर— दक्षिण कश्मीर में पवित्र शब-ए-कद्र की रात के दौरान आतंकवाद की तीन अलग-अलग घटनाओं में जम्मू-कश्मीर पुलिस के दो जवान शहीद हो गए और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के दस जवानों समेत 12 लोग घायल हो गए। पिछले वर्ष इसी रात जामिया मस्जिद के बाहर सिविल ड्रेस में तैनात पुलिस उपाधीक्षक मोहम्मद अयूब पंडित की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि मंगलवार को तड़के साढ़े तीन बजे पुलवामा के न्यूकोर्ट काम्पलेक्स की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों पर आतंकवादियों ने हमला किया। इस दौरान कश्मीर घाटी में लोग शब-ए-कद्र की नमाज में व्यस्त थे। पुलिसकर्मियों ने इसका करारा जवाब दिया और आतंकवादियों की गोलीबारी में तीन जवान घायल हो गए। जब इन जवानों को अस्पताल ले जाया जा रहा था तो स्थानीय लोगों ने उन पर पथराव करना शुरू कर दिया। इसके बाद जवानों गुलाम रसूल और गुलाम हसन को अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें लाए जाने पर मृत घोषित कर दिया। ये दोनों उत्तर कश्मीर के रहने वाले थे और तीसरे जवान की हालत गंभीर बनी हुई है। सूत्रों ने बताया कि आतंकवादी इन जवानों के हथियार भी छीन कर फरार हो गए हैं। इस घटना में जैश-ए-मोहम्मद का हाथ माना जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि पुलिसकर्मियों पर पथराव करने वालों की पहचान कर ली गई है। उधर,अनंतनाग जिले में जंगलात मंडी क्षेत्र में तड़के आतंकवादियों ने सीआरपीएफ के एक गश्ती दल पर ग्रेनेड फेंके, जिसमें कम से कम दस जवान घायल हो गए। इलाके में काफी सुरक्षा थी, लेकिन आतंकवादी अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गए। इसकी आवाज पूरे शहर में सुनाई दी और नमाज अता कर रहे लोगों में दहशत फैल गई। अनंतनाग में सोमवार देर रात एक अन्य घटना में एक जवान घायल हो गया। जिला के वेरिनाग में सुरक्षा बलों के शिविर पर आतंकवादियों ने ग्रेनेड फेंका और बाद में गोलीबारी भी की। घायल जवान को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। सुरक्षा बलों ने भी इसका करारा जवाब दिया, लेकिन आतंकवादी बच निकलने में कामयाब रहे।

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