किसानों को जागरूक करें अधिकारी

हरियाणा कृषि बोर्ड के प्रशासक मनदीप सिंह ने पंचकूला में अफसरों को दिए निर्देश

 पंचकूला— हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड के मुख्य प्रशासक मनदीप सिंह बराड़ ने शुक्रवार को जिला सचिवालय के सभागार में अधिकारियों की आयोजित बैठक की। अध्यक्षता करते हुए प्रोमोशन ऑफ एग्रीकल्चरल मैकेनाइजेशन फार इन सीटू मैनेजमेंट ऑफ क्रोप रेजीडयू  के अंतर्गत फसल अवशेषों के प्रबंधन की दिशा में विभिन्न महत्त्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने सबंधित अधिकारियों को परामर्श देते हुए कहा कि धान की फसल की रोपाई चल रही है और धान की फसल की कटाई में अभी काफी समय है, उससे पहले एक ऐसी रणनीति तैयार करें ताकि किसान अपने धान की फसल के अवशेषों को न जलाएं। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जब तक किसानों को पराली न जलाने की दिशा में कोई विशेष विकल्प नहीं देंगे तब तक हम पूर्णतः पराली जलाने पर अंकुश नहीं लगा सकेंगे। इसके साथ-साथ उन्होंने यह भी कहा कि हमें किसानों को जागरूक करना होगा कि फसल के अवशेष जलाने से उनकी उपजाऊ भूमि की शक्ति खत्म ही नहीं होती अपितु लाभकारी मित्र कीट भी समाप्त हो जाते हैं जिससे फसल के उत्पादन में भी काफी कमी आती है। यह सभी बातें जब तक किसान के दिमाग में नहीं बैठेंगी तब तक हम अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में पूर्णतः सक्षम नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि जब मजदूर धान को लगाता है तो धान लगाते समय फसल के अवशेष उनकी उंगलियों पर प्रहार करते हैं और मजदूर किसान को धान लगाने के लिए मना कर देता है। इसलिए किसान अवशेषों को जलाने के लिए विवश होकर यह कार्य करता है। उन्होंने फसल के अवशेष न जलाने की दिशा में विभिन्न विभागों के अधिकारियों से सुझाव भी लिए। कृषि विभाग के उप निदेशक डा. वजीर सिंह ने प्रोजेक्टर के माध्यम से बताया कि वर्ष 2018-19 में कृषि विभाग पंचकूला द्वारा कृषि यंत्रों पर अनुदान की दो स्कीमें चलाई जा रही है। उन्होने बताया कि एक स्कीम के तहत जिले में किसान कृषि यंत्र केंद्र स्थापित करने का प्रावधान है। जिसके लिए दस किसानों का रजिस्टर समूह एफपीओ, प्राइवेट उद्यमी, महिला किसान समूह, प्रगतिशील किसान व स्वंय सहायता समूह लाभार्थी हो सकते हैं।  उन्होंने बताया कि इस स्कीम के तहत परियोजना लागत दस लाख से 25 लाख रुपए तक होगी। बैठक में एसडीएम पंचकूला पंकज सेतिया, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी उत्तम ढालियाए तहसीलदार वरिंदर गिल्ल, जिला राजस्व अधिकारी धीरज चहल, खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी, कृषि, बागबानी अधिकारियों सहित अन्य अफसर मौजूद थे।