सेना में उनके पिता की बार-बार पोस्टिंग होने के कारण उन्हें अपनी शिक्षा के लिए कई जगह स्कूल व कालेज बदलने पड़े। उन्होंने 10वीं कक्षा की बोर्ड की परीक्षा माउंट सेंट मैरी स्कूल से दी…
शिक्षा और वैवाहिक जीवन
अर्णब एक सैन्य अधिकारी के बेटे हैं इसलिए उन्होंने अपनी शिक्षा विभिन्न स्थानों से पूरी की। सेना में उन के पिता की बार-बार पोस्टिंग होने के कारण उन्हें अपनी शिक्षा के लिए कई जगह स्कूल व कालेज बदलने पड़े। उन्होंने 10वीं कक्षा की बोर्ड की परीक्षा माउंट सेंट मैरी स्कूल से दी। यह स्कूल दिल्ली छावनी में है। 12वीं कक्षा उन्होंने केंद्रीय विद्यालय से पूरी की, जो जबलपुर छावनी में स्थित है। अर्नब ने अपनी स्नातक स्तर की पढ़ाई समाज शास्त्र में हिंदू कालेज दिल्ली से की है। हिंदू कालेज दिल्ली की स्थापना सन् 1889 में हुई। उन्होंने अपनी मास्टर्स डिग्री सामाजिक नृविज्ञान में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के सेंट अनतोनी विश्विद्यालय (1994) से पूरी की है।
कार्यक्षेत्र
अर्णब ने अपनी करियर यात्रा की शुरुआत द टेलीग्राफ (कोलकाता)से की, जहां पर उन्होंने एक वर्ष समाचार पत्र के संपादक के रूप में काम किया। उसके बाद 1995 में उन्होंने टीवी में काम करना शुरू किया, जहां पर वह एक दैनिक समाचार के एंकर थे और वह ‘न्यूज टू नाइट’ नामक एक कार्यक्रम की रिपोर्टिंग करते थे। 1998 में अर्णव एनडीटीवी का मुख्य हिस्सा बन गए। वह न्यूज हॉर नामक कार्यक्रम की एंकरिंग करते थे। एनडीटीवी के वरिष्ठ संपादक होने के कारण वह पूरे चैनल के प्रकरण के संपादन के जिम्मेदार थे। उन्होंने लगभग 10 साल काम किया, फिर वह टाइम्स नाऊ नामक समाचार चैनल के साथ जुड़ गए।
उल्लेखनीय उपलब्धियां
11 जुलाई 2006 में मुंबई ट्रेन बम विस्फोट के समय में 26 घंटे की एंकरिंग की थी, जिसमें उन्होंने 200 से अधिक नेताओं के साक्षात्कार लिए थे। 65 घंटे से अधिक समय के लिए उन्होंने 26/11 के मुंबई आतंकी हमलों की रिपोर्ट दी थी।