निर्यात बढ़ाना होगा

रूप सिंह नेगी, सोलन

आंकड़ों की मानें तो देश का व्यापार घाटा बढ़ रहा है। निर्यात 28.86 अरब डालर पर पहुंचा है, जबकि आयात तकरीबन 15 फीसदी बढ़कर 43.48 अरब डालर पर पहुंच गया है। ऐसा लगता है कि कच्चे तेल के बढ़ते दाम से आयात में और बढ़ोतरी हो सकती है। भले ही अभी कच्चे तेल की कीमत प्रति बैरल 77 डालर पर है, परंतु कीमतों में और बढ़ोतरी हो सकती है। तेल उत्पादक देशों की अर्थव्यवस्था कच्चे तेल पर निर्भर करती है, तो लगता नहीं है कि वे तेल की कीमतें कम करने के पक्ष में होंगे। हमें निर्यात बढ़ाने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ेगी। औद्योगिक उत्पादन को हर हाल में बढ़ाना होगा। विदेशी सामान को टक्कर देने की आवश्यकता है। गौरतलब है कि देश के बाजारों में रेडीमेड कपड़ों से लेकर इलेक्ट्रानिक सामान, कलपुर्जे और त्योहारों के लिए सामान उपलब्ध होता है। हमें औद्योगिक उत्पादन बढ़ाने के लिए सस्ती बिजली, पानी, सस्ता किराया और जो भी संभव हो वह सुविधाएं देनी होंगी, ताकि अपने देश में उत्पादन को बढ़ाकर विदेशी सामान को टक्कर दी जा सके।