मनाली से रोहतांग के लिए हेलिटैक्सी

पर्यटन बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री की बालीचौकी में घोषणा

बालीचौकी— मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि राज्य सरकार द्वारा पर्यटन की दृष्टि से अनछुए स्थलों को विकसित कर पर्यटकों को आकर्षित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिमला तथा चंडीगढ़ के बीच हेलिटैक्सी सेवा आरंभ कर दी गई है और शीघ्र ही पर्यटकों की सुविधा के लिए मनाली से रोहतांग को हेलिटैक्सी सेवा आरंभ की जाएगी। इसी प्रकार पर्यटकों की सुविधा के लिए इस तरह की सेवा धर्मशाला से चंबा व डलाहौजी तथा मनाली से चंडीगढ़ के लिए भी आरंभ करने के प्रयास किए जाएंगे। मुख्यमंत्री शनिवार सराज विधानसभा क्षेत्र के बालीचौकी में उद्योग विभाग द्वारा आयोजित हिम रेशम उत्सव के अवसर पर जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा मंडी जिला के दूरदराज क्षेत्र में रेशम उद्यमिता विकास एवं नवोन्मेषण केंद्र खोला है, ताकि लोगों को रेशम उद्योग से जुड़कर स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध हो सकें। यह एकमात्र ऐसा उद्यम है, जहां लोग घर पर काम कर अपनी आय को बढ़ाने के अतिरिक्त देश-प्रदेश तथा गांव के विकास में सृजनात्मक सहयोग दे सकते हैं। इस केंद्र से विशेषकर महिलाएं यहां से प्रशिक्षण प्राप्त कर लाभान्वित होंगी और वे अपने परिवार की आय बढ़ाने में योगदान दे पाएंगी। सीएम ने कहा कि प्रदेश सरकार ने रेशम पालन तथा रेशम बुनाई को बढ़ावा देने के लिए सिल्क समग्र परियोजना आरंभ की है और इस योजना के अंतर्गत इस वित्त वर्ष किसानों को लाभान्वित करने के लिए 50 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। इसके अतिरिक्त अनसूचित जाति उपयोजना तथा अनुसूचित जनजाति उपयोजना के अंतर्गत क्रमशः 10 करोड़ व तीन करोड़ रुपए जारी किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि गत पांच माह में प्रदेश में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं और प्रदेश सरकार समाज के सभी वर्गों को लाभान्वित करने व प्रदेश के  प्रत्येक क्षेत्र को बिना किसी राजनीतिक भेदभाव के विकसित कर रही है। उन्होंने कहा कि बालीचौकी क्षेत्र के लोगों के लिए 50 करोड़ रुपए की लागत की पेयजल आपूर्ति योजना का कार्य आरंभ कर दिया जाएगा, जिससे क्षेत्र के 190 गांव के लगभग 17000 लोग लाभान्वित होंगे।

इसी हफ्ते आएगी नागरिक उड्डयन मंत्रालय की टीम

मनाली— मनाली से रोहतांग को हेलिटैक्सी सेवा के लिए इसी सप्ताह नागरिक उड्डयन मंत्रालय की टीम मनाली पहुंचेगी। यह टीम रोहतांग दर्रे पर कहां हेलिकाप्टर की लैंडिंग हो सकती है, इसकी संभावनाएं तलाशेगी साथ ही प्रशासन द्वारा मनाली में हेलिटैक्सी को लेकर देखी गई भूमि को भी फाइनल करेगी। हेलिटैक्सी सेवा शुरू हो जाने से जहां सैलानियों को रोहतांग के आठ से दस घंटे के जाम से छुटकारा मिलेगा, वहीं महज चंद मिनटों में सैलानी मनाली से रोहतांग पहुंच जाया करेंगे। योजना सिरे चढ़ाने के लिए जहां प्रशासनिक अमला डटा हुआ है, वहीं अगर सरकार का उक्त प्रोजेक्ट सिरे चढ़ता है, तो मनाली के पर्यटन कारोबार की रफ्तार और बढ़ जाएगी। उपायुक्त कुल्लू यूनुस का कहना है कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय भारत सरकार की एक टीम इसी सप्ताह कुल्लू पहुंच रही है। हेलिकोप्टर को उतारने के लिए मनाली में प्रशासन ने भूमि भी देखी है। टीम जहां मनाली में हेलिकाप्टर को उतारने के लिए देखी गई साइट का जायजा लेगी,वहीं रोहतांग पर भी हेलिटैक्सी को लेकर सर्वे करेगी।

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