वारदातों की नगरी बना नारायणगढ़

पिछले छह माह से बढ़ी घटनाएं, नवनियुक्त डीएसपी ने दिया मामले सुलझाने का भरोसा

नारायणगढ़— नारायणगढ़ को शायद अपराधियों की नजर लग गई है। अपनी शांति के लिए जाना जाने वाला नारायणगढ़ पिछले कुछ समय से वारदातों के लिए मशहूर होता जा रहा है। हाल ही में 18 जून को मिर्जापुर गांव के हरप्रीत सिंह पर एक युवक ने अपने एक साथी के साथ आकर देसी कट्टे से फायर कर दिया। गोली उसकी बगल से निकल गई। किस्मत ने ही हरप्रीत सिंह की जिंदगी बचाई वरना शायद कोई अनहोनी घटित हो सकती थी। इसी माह ही शहजादपुर स्थित दुर्गा ट्रेडिंग कंपनी के मालिक अजय गोयल पर कुछ अज्ञात लोगों ने लूटने के इरादे से दुकान में घुसकर रिवाल्वर तान दी एवं ट्रिगर दबा दिया, लेकिन किस्मत से रिवाल्वर नहीं चली। शहजादपुर पुलिस ने इन मामलों में ने सीसी टीवी फूटेज के आधार पर मोहित निवासी बीबीपुर को गिरफ्तार किया है।  इसके साथ ही 13 मई को गांव महुआखेड़ी के एक युवक की कुछ लोगों ने दिनदहाड़े गोलियों से भूनकर हत्या कर दी। युवक गुरदीप हत्याकांड का मुख्य गवाह था। गत 15 मई को गांव पिलखनी के 65 वर्षीय बुजुर्ग सुंदर राम की हत्या कर दी गई जब वे पशु चराने खेतों में गए थे।

प्रशासन-राजनीतिज्ञों की भूमिका गैर जिम्मेदाराना

पिछले तीन-चार माह में घटी इन वारदातों से एक बात तो साफ है कि पुलिस प्रशासन और राजनीतिज्ञ अपनी भूमिका जिम्मेदारी से नहीं निभा रहे हैं। नारायणगढ़ कोई यूपी-बिहार से सटा इलाका नहीं है कि जहां अपराधियों को आकर वारदात करने का मौका मिले। अगर यहाँ पर कानून व्यवस्था बिगड़ी है तो कहीं न कहीं इसमें पुलिस प्रशासन और राजनीतिज्ञों का गैर जिम्मेदाराना रवैया आगे आ रहा है।

जल्द होंगे तमाम अपराधी गिरफ्तार

नारायणगढ़ के डीएसपी अमित भाटिया ने बताया कि महुआखेड़ी मर्डर मामला एवं शहजादपुर के सुंदर राम के केसों को सीआईए स्टाफ को सौंपा गया है। कालाआंब मर्डर केस को थाना प्रभारी नारायणगढ़ देख रहे हैं।  एक एक करके सभी मामले सुलझा लिए जाएंगे एवं नारायणगढ़ की शांति पहले की तरह से ही रहेगी।