सौर उर्जा से रोशन होंगे 312 स्कूल

शिमला— अब राज्य के उन स्कूलों में सोलर लाइट्स लगाई जाएंगी, जहां सालों से बिना रोशनी के छात्र पढ़ाई कर रहे थे। केंद्र सरकार से अलग से बिजली के लिए बजट मिलने के बाद शिक्षा विभाग हरकत में आया है। शिक्षा विभाग का राज्य परियोजना निदेशालय प्रदेश के 312 स्कूलों व 13 होस्टलों में सौर लाइट्स लगाने जा रहा है। इसके लिए सर्व शिक्षा अभियान ने हिम ऊर्जा विभाग को पत्र लिख कर टेंडर प्रक्रिया शुरू करने को कहा है, ताकि जल्द स्कूलों में सोलर लाइट्स लगाई जा सकें। उल्लेखनीय है कि इसके लिए केंद्र सरकार से प्रदेश को लगभग दो करोड़ 40 लाख का बजट भी मिला है। हाल ही में हुई पीएबी की बैठक में एसएसए के वार्षिक बजट प्लान में लाइट्स के प्रस्ताव को भी शामिल किया था, जिसे केंद्र की ओर से मंजूरी मिली थी। इसके बाद अब विभाग ने स्कूलों में सोलर लाइट्स लगाने संबंधी प्रक्रिया शुरू कर दी है। हैरानी की बात है कि डिजिटलाइजेशन के इस दौर में शिक्षा विभाग ने बिजली की सुविधा छात्रों को उपलब्ध नहीं करवाई। नतीजन आज कई क्षेत्रों में छात्र ऑनलाइन स्टडी से पिछड़े हैं। राज्य के 312 स्कूलों में बिजली के कनेक्शन ही नहीं हैं, जिस वजह यह स्कूल आईसीटी व कम्प्यूटर  लैब से वंचित हैं। इन स्कूलों में छात्र अभी भी ऑनलाइन कार्य नहीं कर पा रहे हैं। जिन स्कूलों में बिजली नहीं है, उनमें ज्यादातर स्कूलजनजातीय क्षेत्र में हैं। इसके साथ कई नए स्कूल भी हैं, जहां बिजली नहीं हैं। कई बार स्कूल प्रबंधन शिक्षा विभाग को इस बारे में अवगत करवा चुके हैं, लेकिन इसके बाद भी इसका कोई समाधान नहीं निकाला गया। इसके बाद सर्व शिक्षा अभियान के परियोजना निदेशक के साथ हुई स्कूल प्रबंधन की बैठक में यह मामला उठाया गया था। इस दौरान शिक्षकों ने परियोजना निदेशक को अवगत करवाया कि स्कूलों में बिजली न होने से छात्रों को बारिश व ठंड के दिनों में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कई बार मौसम खराब होने के कारण छात्रों को मोमबती के सहारे भी पढ़ना पड़ता है। इसके साथ स्कूलों में ऑनलाइन कार्य करने में भी बिजली न होने से दिक्कतें आ रही हैं।