15 लाख हिमाचलियों ने किए योगासन

सरकारी विभागों में अधिकारियों से लेकर कर्मियों तक ने योग कर तनाव किया दूर

शिमला— देश भर में मनाए गए चौथे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का जोश हिमाचल में भी देखने को मिला। स्कूल-कालेजों से लेकर हर सरकारी विभाग में गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस बड़े ही हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया। प्रदेश भर के सरकारी कर्मचारियों, छात्रों के साथ करीब 15 लाख लोगों ने सुबह-सुबह योग की कई तरह की क्रियाएं कर अपने तनाव को दूर किया। योग दिवस को मनाने के लिए सभी सरकारी विभागों में कार्यक्रम आयोजित किए गए थे। भाजपा ने भी इस मुहिम में शामिल होकर हर जिला में योग दिवस पर कार्यशालाएं आयोजित कीं, जिनमें हजारों कार्यकर्ताओं ने योग किया। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को सफल बनाने के लिए राज्य के स्कूल, कालेज व अन्य शिक्षण संस्थानों ने भी बढ़-चढ़कर इसमें भाग लिया। राज्य के सरकारी स्कूलों के छह लाख आठ हजार 930  छात्रों ने योग कर अपने पढ़ाई के स्ट्रेस से थोड़ी शांति पाई। इसके साथ ही सरकारी स्कूलों में सेवाएं दे रहे 75000 शिक्षकों व 45000 गैर शिक्षकों ने योग किया। सरकारी स्कूलों में आयोजित योग दिवस पर छात्रों को न केवल योगा की क्रियाएं करवाई गईं, बल्कि इसके लाभों से भी अवगत करवाया गया। शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षण संस्थानों को कड़े निर्देश योग दिवस मनाने के दिए गए थे। उल्लेखनीय है कि देश भर में चौथा अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस मनाया गया। जानकारी के अनुसार योगा दिवस को सफल बनाने के लिए सरकारी ही नहीं, बल्कि निजी संस्थानों में भी कर्मचारियों ने योग दिवस मनाया। बता दें कि योग व्यायाम का ऐसा प्रभावशाली प्रकार है, जिसके माध्यम से न केवल शरीर के अंगों, बल्कि मन, मस्तिष्क ओर आत्मा में संतुलन बनाया जाता है। योग से शारीरिक व्याधियों के अलावा मानसिक समस्याओं से भी मुक्ति पाई जा सकती है। हिंदू धर्म में साधू, संन्यासियों व योगियों द्वारा योग सभ्यता को शुरू से ही अपनाया गया था, परंतु आम लोगों में इसका विस्तार हुए ज्यादा समय नहीं हुआ है। पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस वर्ष 21 जून, 2015 को मनाया गया था, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 36000 लोगों के साथ नई दिल्ली में 35 मिनट तक 21 योगासन व योग मुद्राओं का प्रदर्शन किया था।