200 करोड़ से रोशन होगी रोहतांग टनल

मनाली – देश की सीमा पर बैठे प्रहरियों तक रसद पहुंचाने और लाहुल को विश्व से साल भर जोड़े रखने के लिए बनाई जा रही सामरिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण रोहतांग सुरंग 200 करोड़ से रोशन होगी। टनल का सिविल वर्क करीब-करीब पूरा हो चुका है और अब टनल में इलेक्ट्रिक वर्क को अंजाम दिया जाना है। टनल में तैनात बीआरओ के अधिकारियों के हवाले से कहें तो टनल के इलेक्ट्रिक वर्क के लिए 200 करोड़ रुपए से अधिक राशि खर्च की जानी है। कुल 8.8 किलोमीटर लंबी रोहतांग सुरंग में एलईडी लाइट्स, फायर प्रूफ सीसीटीवी कैमरे, विशाल एग्जॉस्ट फैन के साथ-साथ नई टेक्नोलॉजी के विद्युत उपकरण भी लगाए जाने हैं। यह उपकरण सुरंग के साथ-साथ एमर्जेंसी टनल में भी लगाए जाएंगे। इसके अलावा टनल के दोनों छोरों पर एक कंट्रोल रूम भी बनेगा, जहां से सारी व्यवस्था चलेगी। बिल्डिंग तैयार कर ली गई है बस यहां पर अब हाईटेक उपकरण लगने बाकी हैं। परियोजना प्रबंधन ने इसका एक मास्टर प्लान भी तैयार किया है, जिसके तहत इसे अंजाम दिया जाएगा। यहां बतादें कि हाई हिमालय रेंज में बनने वाली रोहतांग टनल एशिया की सबसे बड़ी अग्निरोधक सुरंग होगी। इस सुरंग को न्यू ऑस्ट्रिया टनलिंग मैथड से बनाया जा रहा है। करीब चार हजार करोड़ रुपए से बनकर तैयार होने वाली रोहतांग सुरंग का काम इन दिनों रात-दिन चल रहा है। बीआरओ का कहना है कि पहले ही उक्त टनल को बनाने का लक्ष्य काफी पिछे रह चुका है। ऐसे में नई डेडलाइन को ध्यान में रख इसे अंजाम तक पहुंचाने की कवायद चलाई जा रही है। रोहतांग टनल महज कुछ माह बाद बनकर तैयार होगी। निर्माण कार्य सप्ताह के सातों दिन 24 घंटे चल रहा है। बीआरओ टनल का 90 फीसदी कार्य इस वर्ष के अंत तक करना चाह रहा है। ऐसे में अगले साल गर्मियों में सुरंग जनता को समर्पित कर दी जाएगी, लेकिन चीन के साथ युद्ध समेत आपात सेवाओं के लिए यह टनल अभी से इस्तेमाल की जा सकती है।

अटल ने की थी निर्माण की घोषणा

दस हजार फुट की ऊंचाई पर बन रही रोहतांग टनल के निर्माण पर चार हजार करोड़ रुपए की लागत आएगी। दावा किया जाता है कि लाहुल के स्थानीय निवासी और पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के बचपन के दोस्त अर्जुन गोपाल ने उनसे मुलाकात कर टनल बनाने को लेकर बात की थी। 2000 में अटल बिहारी वाजपेयी ने इसके लिए हामी भरी और 2002 में उन्होंने इसका शिलान्यास किया। 2010 में टनल का काम यूपीए सरकार में शुरू किया।