इस साल 500 बस्तियों को पेयजल

केंद्र ने दी 45.56 करोड़ की पहली किस्त, कुल 101.25 करोड़ खर्च होंगे

शिमला— प्रदेश में इस साल केंद्रीय सहायता से 500 बस्तियों को पानी का इंतजाम किया जाएगा। इस विस्तृत लक्ष्य को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार ने हिमाचल को पहली किस्त के रूप में 45.56 करोड़ रुपए की राशि जारी कर दी है। पांच सौ बस्तियों को पानी पहुंचाने के लिए जो कार्य योजना बनाई गई है, उसके मुताबिक 101.25 करोड़ की धनराशि खर्च होगी। इसमें 10.13 करोड़ रुपए की धनराशि प्रदेश सरकार के खाते से लगेगी, जबकि केंद्र सरकार 91.12 करोड़ रुपए की हिस्सेदारी देगी। यह पैसा सेंटर सेक्टर के नेशनल रूरल ड्रिंकिंग वाटर प्रोग्राम के तहत प्रदेश को दिया जाएगा। इसकी पहली किस्त के रूप में प्रदेश को 45.56 करोड़ रुपए रिलीज कर दिए गए हैं। प्रदेश में अभी दो हजार के करीब बस्तियां पेयजल से वंचित हैं, जिनको चरणबद्ध ढंग से पानी पहुंचाने का लक्ष्य है। इस साल के लिए 500 बस्तियों का लक्ष्य रखा गया है। केंद्र से मिली पहली किस्त से होने वाले कार्यों को लेकर यहां आईपीएच के अधिकारियों ने चर्चा कर रणनीति बनाई है। चिन्हित क्षेत्रों में पहले चरण में काम शुरू कर दिया गया है।

पानी पहुंचाने का लक्ष्य तय

मौजदू वित्त वर्ष के लिए जो लक्ष्य निर्धारित किया गया हैउन बस्तियों तक पानी पहुंचाने के लिए आईपीएच महकमा काम में जुट गया है। इस साल 75 बस्तियों में 25 फीसदी तक पानी पहुंचा दिया जाएगा।  यहां आंशिक रूप से पानी उपलब्ध होगा वहीं 90 ऐसी बस्तियां होंगी, जिनमें 50 फीसदी तक पानी उपलब्ध होगा। इसी रह से 170 बस्तियां ऐसी हैं, जिनमें 75 फीसदी तक तथा 165 बस्तियां ऐसी हैं जिनमें 100 फीसदी तक पानी पहुंचा दिया जाएगा। कुछ बस्तियों में इस योजना के तहत पहले से काम शुरू कर दिया गया था, जिनमें 78 बस्तियां शामिल हैं। क्योंकि प्रदेश सरकार ने पने हिस्से की राशि भी इसको देनी है वो भी उपलब्ध करवा दी गई है। शेष बस्तियों का टारगेट मार्च 2019 तक पूरा करने के लिए कहा गया है।