कब सुधरेगी नाणा सड़क

नीतिश धीमान, जवाली

हिमाचल दिन-दोगुनी, रात-चौगुनी तरक्की की राहों पर तो अग्रसर है, परंतु पता नहीं क्यों कुछ हालात को खुद में समेटना भूल गया है। विकास के लिए कंकरीट के जंगलों को देखना जहां खुशगवारा है, वहीं कुछ जगहों में सड़कों की खस्ता हालत, कूड़े-कचरे से लेकर वनों के हो रहे विनाश को देखना भी दिल को लहूलुहान करने वाला है। कुछ लिंक रोड की ओर देखें, तो टूटे मंजर का नजारा है। 32 मील के लिए जवाली की नाणा सड़क की हालत फटेहाल है। देखकर लगता है कि उसे बने हुए न जाने कितने साल हो चुके हैं। एक तो यह सिंगल रोड है, ऐसे में अगर एक ही समय में दो बड़े वाहन आ जाते हैं, तो उससे निकलने में ही दस-पंद्रह मिनट बर्बाद हो जाते हैं। मोदी जी ने कहा था कि वह विकास को गांवों तक लाएंगे, परंतु शायद विकास भी शहरों की दीवारों में ही सिमट रहा है। अतः सरकार से अपील है कि नेशनल हाई-वे को सुधारने की इस दौड़ में लिंक रोड को भी साथ ले चलें, तो प्रदेश के लिए बेहतर होगा।