खली के रेस्लिंग इवेंट का कैबिनेट मेमो लीक

प्रशासनिक तंत्र के विभीषणों की तलाश शुरू सरकार के खिलाफ कौन रच रहा साजिश

शिमला— ग्रेट खली की रेस्लिंग चैंपियनशिप पर मची खलबली के बीच काली भेड़ों की पड़ताल शुरू हो गई है। चैंपियनशिप के लिए मंत्रिमंडल को भेजा गया कैबिनेट मेमो लीक हुआ है। इसके अलावा चैंपियनशिप की स्पांसरशिप के लिए खेल विभाग की सचिव पूर्णिमा चौहान का लैटर भी विपक्ष के हाथ लगा है। इसके चलते यह स्पष्ट हो गया है कि सरकार के प्रशासनिक तंत्र में कुछ विभीषण सरकार के खिलाफ साजिश रचने में जुटे हैं। इसके चलते सरकार ने काली भेड़ों की पहचान के आदेश दिए हैं। बताते चलें कि सोमवार को सीएलपी नेता मुकेश अग्निहोत्री ने रेस्लर ग्रेट खली की चैंपियनशिप पर सवाल उठाए हैं। विपक्ष का आरोप है कि सरकार इस चैंपियनशिप को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं कर रही है। धरातल पर सच्चाई कुछ और है। मुकेश अग्निहोत्री ने राज्य सरकार के मंत्रिमंडल में खली की चैंपियनशिप के लिए लाए गए कैबिनेट मेमो की प्रतियां मीडिया को जारी की हैं। इसी चैंपियनशिप को लेकर वरिष्ठ आईएएस अधिकारी पूर्णिमा चौहान का पोल्यूशन कंट्रोल बोर्ड को लिखा गया स्पांसरशिप लैटर भी सार्वजनिक किया है। बहरहाल, मुकेश अग्निहोत्री के आरोपों को हल्के से लेने के बावजूद सरकार ने कैबिनेट मेमो लीक करने और सरकारी चिट्ठी को विपक्ष तक पहुंचाने वालों की पहचान शुरू कर दी है। सरकार को संदेह है कि इसके पीछे किसी आला अधिकारी या ब्रांच के बाबू की भूमिका हो सकती है। इसे गंभीरता से लेते हुए सरकार ने मामले में जांच के आदेश दिए हैं।

एजेंसियां-आईटी सैल खोलेंगे राज

सोमवार शाम मुख्यमंत्री कार्यालय से गुप्तचर एजेंसियों और आईटी सैल को मामले की पड़ताल का जिम्मा सौंपा गया है। इसमें पता लगाने को कहा गया है कि कैबिनेट का मेमो और प्रशासनिक अधिकारी का स्पांसरशिप का लैटर किसने लीक किया? इसके पीछे किसी अपने नेता का हाथ होने की संभावना को भी नहीं नकारा जा सकता है। बहरहाल, सरकार ने खली की चैंपियनशिप के लिए प्रत्यक्ष रूप से सहयोग करने से पहले ही हाथ वापस खींच लिए हैं। मामले में किसी न किसी पर कार्रवाई की गाज गिरना भी तय माना जा रहा है।

सीएम के आने पर सस्पेंस

चार जुलाई को मंडी के पड्डल मैदान में होने वाली फाइट में मुख्यमंत्री जयराम को बतौर मुख्यातिथि आमंत्रित किया गया है, लेकिन मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में आने पर अभी भी संशय है। हालांकि चार जुलाई को ही मुख्यमंत्री का बल्ह दौरा भी प्रस्तावित है। उधर, दो केंद्रीय मंत्री भी कार्यक्रम में पहुंचेंगे।