घर के लिए अब सिफारिश नहीं

आवास प्लस ऐप से होगा पात्रों का चयन, गड़बड़ नामुमकिन

धर्मशाला— प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पात्र लोगों को घर बनाने के लिए आवास प्लस ऐप लांच कर गड़बड़ी करने के चांस ही समाप्त कर दिए हैं। अब न तो एमएलए और न ही प्रधान की सिफारिश चाहिए। सीधे बीडीओ को घर का स्टेटस बताकर पंजीकरण करवाया जा सकता है। इसमें कोई भाई-भतीजावाद के भी चांस नहीं है। न ही घर बनाने के लिए कोई निर्धारित कोटा तय किया गया है। कोई भी व्यक्ति सीधे संपर्क कर सकता है। यह ऐप भी संबंधित ब्लॉक के खंड विकास अधिकारी के मोबाइल पर ही लोड होगी। इस ऐप के जरिए सारी जानकारी ऑनलाइन ली जाएगी। यदि कोई गलत डाटा भरने का प्रयास भी करेगा तो ऐप घर की स्थिति और जीएपीएस सिस्टम से हालत देखकर उसे रिजेक्ट कर देगा। ऐसे में पात्र लोगों के लिए यह योजना वरदान बन सकती है। वर्ष 2011 की सामाजिक, आर्थिक और जातिगत जनगणना के दौरान जो पात्र व्यक्ति लाभ से छूट गए हैं, उनके लिए बड़ी राहत भरी खबर है। ऐसे लोगों के लिए अब घर की पात्रता चैक करने को ऑनलाइन सर्वे किया जाएगा।

ऐसे किया जाएगा पंजीकरण

खंड विकास अधिकारी प्रधानमंत्री आवास प्लस ऐप को डाउनलोड कर घर की स्थिति जांचने जाएंगे। इसके लिए कोई अलग से आवेदन नहीं करना होगा। स्पॉट पर ही पंजीकरण हो जाएगा। सारी डिटेल तुरंत भर कर आवास प्लस में लोड कर दी जाएगी। पात्र व्यक्ति की डिटेल न भेजने या रोकने पर संबंधित अधिकारी भी शिकंजे में आ सकते हैं। ऐसे में हेराफेरी के करीब सभी मार्ग बंद हो जाएंगे। अब इस योजना के तहत प्रधान या अन्य पदाधिकारी चहेतों को रेवडि़यां नहीं बांट पाएंगे।