छेड़छाड़ प्रकरण में दो टीचर सस्पेंड

कुल्लू में सरकार की कार्रवाई, पोक्सो एक्ट के तहत मामले दर्ज

शिमला— स्कूलों में छात्राओं से शिक्षकों द्वारा छेड़छाड़ के मामलों पर बड़ी कार्रवाई की गई है। पहली दफा इस तरह की कार्रवाई सामने आई है, जिसमें दो अध्यापकों को सस्पेंड कर दिया गया है। इन दोनों के खिलाफ पोक्सो एक्ट में मामले दर्ज हैं, जिसके बाद शुक्रवार को सरकार ने दोनों शिक्षकों को सस्पेंड कर दिया है। जानकारी के अनुसार ये शिक्षक कुल्लू जिला के हैं। छात्रा से छेड़छाड़ करने पर कुल्लू जिला के दो शिक्षक सस्पेंड किए गए हैं। इसमें एक कुल्लू जिला के कालेज का प्रोफेसर है तो दूसरा निरमंड स्कूल का शिक्षक है, जिसे  सस्पेंड कर दिया गया है। शिक्षा सचिव की ओर से कार्रवाई आदेश जारी किए गए हैं। प्रोफेसर पर कालेज की छात्रा के साथ अश्लील हरकतें करने का आरोप है। यह मामला वर्ष 2016 का है, जो पोक्सो एक्ट में दर्ज है, लेकिन इतने समय से मामले पर कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। बताया जा रहा है कि छेड़छाड़ मामले में प्रोफेसर के खिलाफ दर्जनों शिकायतें कालेज प्रबंधन से की जाती रहीं, लेकिन प्रबंधन ने भी मामले पर गंभीरता नहीं दिखाई। दो साल पुराने मामले में भी यह प्रोफेसर कालेज में सेवाएं दे रहा है, जबकि पोक्सो एक्ट में आरोपी का सस्पेंशन और गिरफ्तारी भी तय है। सूत्रों की मानें तो आरोपी के परिजनों पर भी पीडि़ता को उत्पीडि़त करने के आरोप हैं। शिक्षा विभाग ने पोक्सो एक्ट के मामलों की जो जांच रिपोर्ट सरकार को भेजी है, उसमें कई तथ्य सामने आए हैं। हालांकि इसमें प्रारंभिक जांच तो हुई है, लेकिन इसके बाद यह जांच आगे नहीं बढ़ी। इस दौरान विभाग ने मामले पर जो तथ्य रखे हैं, उससे सरकार सहमत नहीं। ऐसे में सरकार ने मामले पर दोबारा जांच करने व उक्त शिक्षक को सस्पेंड करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। शिक्षा सचिव डा. अरुण शर्मा ने बताया कि पोक्सोे एक्ट से संबंधित  छह और मामले सरकार के पास लंबित हैं। इन मामलों में भी जांच चल रही है।