दिहाड़ी को तरसे मनरेगा मजदूर

1045.66 लाख पहुंची देनदारी,15 दिन बाद भी अदायगी नहीं

 सुंदरनगर— हिमाचल में मनरेगा के तहत विभिन्न मदों का 359.93 लाख रुपए की अदायगी लंबित है, जिसका भुगतान गत वित्त वर्ष 2017-18 में नहीं किया गया। वर्तमान में यह लंबित अदायगी अब 1045.66 लाख तक पहुंच गई है, जिसमें सामग्री, अर्द्ध कुशल और कुशल मजदूरी व अकुशल मजदूरी की मदें शामिल है। इसमें चंबा जिला की अदायगी सबसे ज्यादा लंबित है, जबकि कांगड़ा और मंडी जिला की अदायगी के मामले में बराबर  के आंकड़े में हैं। लाहुल-स्पीति और किन्नौर जिला की लंबित अदायगी सबसे कम है। गौर रहे कि जब मनरेगा फंड की अदायगी भारत सरकार के केंद्रीय मंत्रालय के स्तर पर होने शुरू हुई है, तब से लेकर लेन-देन के मामले में काफी पेचीदगियां सामने आई हैं, जिसका खामियाजा मनरेगा मजूदरों संग विभागीय अधिकारियों को भुगतना पड़ रहा है। यही वजह है कि मनरेगा मजदूरों को भी मजदूरी का भुगतान तय समय पर नहीं हो पा रहा है। ऐसे मामलों में सरकार द्वारा मजदूरी अदा करने के लिए बनाए गए कानून भी औंधे मुंह है, जो कि 15 दिन के भीतर अदा करने के फरमान हैं। बीडीओ सुंदरनगर मोहन शर्मा का कहना है कि जैसे-जैसे फंड जारी होते हैं, मजदूरों समेत अन्य सामग्री की भी अदायगी की जाती है। देरी मंत्रालय स्तर पर होती है। यहां से तमाम बिल अपलोड कर दिए जाते हैं।

अदायगी लाखों में

चंबा       83.62 लाख

सिरमौर    31.87 लाख

कांगड़ा    51.71 लाख

मंडी       51.98 लाख

बिलासपुर 8.03 लाख

हमीरपुर   28.3 लाख

किन्नौर    1.26 लाख

कुल्लू      13.62 लाख

लाहुल-स्पीति0.28 लाख

शिमला    48.87 लाख

सोलन     22.03 लाख

ऊना       17.83 लाख