देश को खोखला करता नशा

लक्की, रोहड़ू, शिमला

आधुनिकता के इस दौर में नई तकनीकें विकसित की जा रही हैं। आज का समाज आधुनिक युवाओं का समाज है। इस सभ्य समाज में आज का युवा नशे के जंजाल में इस तरह फंस चुका है कि चाहकर भी इस दलदल से बाहर नहीं निकल पा रहा है। अगर हमारे देश का युवा ही स्वस्थ नहीं है, तो देश का विकास कैसे संभव हो सकता है। नशे की तस्करी हिमाचल प्रदेश में बाहरी राज्यों से की जाती है, जिसमें चरस, गांजा, नशीली दवाएं तथा अन्य मादक पदार्थ शामिल हैं। प्रशासन भी इस पर नकेल कसने में असमर्थ लग रहा है। समाज को नशामुक्त बनाने के लिए अभिभावकों को महत्त्वपूर्ण योगदान देना चाहिए। माता-पिता को अपने बच्चों के साथ किशोरावस्था के दौरान अत्यधिक समय बिताना चाहिए,  क्योंकि अधिकतर युवा परिवार से टूटकर ही ऐसे रास्तों पर अग्रसर हो रहे हैं। अगर हमें अपने देश को नशामुक्त बनाना है, तो देश के प्रत्येक व्यक्ति को नशा रूपी दैत्य को दूर करने के लिए जागरूक होना होगा। प्रशासन को भी नशे के हो रहे आयात को रोकने के लिए सतर्कता बरतनी होगी, तभी देश का युवा स्वस्थ और नशामुक्त बन सकता है।