धर्मशाला में मांगी ई-विधान अकादमी

सुमित्रा महाजन से मिले राजीव बिंदल, तीन लोकसभा सांसद भी रहे साथ

शिमला— धर्मशाला में ई-विधान अकादमी स्थापित करने की मांग को लेकर प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष गुरुवार को दिल्ली में लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन से मिले। उनके साथ प्रदेश से लोकसभा के तीन सांसद अनुराग ठाकुर, वीरेंद्र कश्यप व रामस्वरूप शर्मा भी मौजूद रहे। उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष को ई-विधान प्रणाली को लेकर विस्तृत जानकारी दी और एक मांगपत्र सौंपा। डा. बिंदल ने कहा कि वह संसदीय मामले मंत्री अनंत कुमार से स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा के साथ मिले थे, जिन्होंने प्रदेश में ई-विधान अकादमी को स्थापित करने की हामी भरी थी। उन्होंने कहा कि तपोवन में ई-विधान अकादमी स्थापित करने के लिए पूरा आधारभूत ढांचा मौजूद है। हिमाचल प्रदेश विधानसभा का ये मॉडल सभी राज्य पसंद कर रहे हैं और केंद्र सरकार ने भी इसे पसंद किया है। इसे लेकर 14 सूत्री एक प्रपत्र लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को सौंपा गया जिसमें ई-विधान अकादमी की जरूरत को लेकर विस्तृत ब्यौरा दिया गया है। विधानसभा की कार्यप्रणाली को पूरी तरह से पेपर लैस बनाने के लिए यहां काम किया गया है जिससे कागज की बचत के साथ पर्यावरण प्रभाव भी कम हुआ है। प्रदेश के ई-विधान मॉडल को तीन राष्ट्रीय अवॉर्ड भी हासिल हो चुके हैं। 22 राज्यों के प्रतिनिधियों ने इस मॉडल को स्टडी किया है, वहीं दूसरे देशों के प्रतिनिधियों ने भी इसका अध्ययन किया। यही नहीं सभी राज्य अपनी विधानसभा में इस मॉडल को लागू करने की मांग कर रहे हैं। यदि तपोवन में अकादमी स्थापित होती है तो इसका बेहद फायदा दूसरे राज्यों को भी होगा। उन्होंने कहा कि पर्यटन की दृष्टि से भी धर्मशाला मशहूर पर्यटक स्थल है और यहां दलाईलामा के निवास के अलावा तिबेतन सरकार भी रहती है, वहीं कनेक्टिविटी की भी कोई दिक्कत नहीं है।

सिर्फ विंटर सेशन ही

डा. बिंदल ने सुमित्रा महाजन को बताया कि तपोवन में आधारभूत ढांचा उपलब्ध है और वहां साल में केवल एक विंटर सेशन ही लगता है। पूरा साल यह भवन यूं ही रहता है जिसका सही तरह से इस्तेमाल भी नहीं हो पा रहा है।