नाथपा झाकड़ी बांध के गेट खोले

भावानगर — क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश से ऊपरी क्षेत्र के कई नदी-नाले उफान पर हैं। मटमैला पानी आने से सतलुज नदी में नाथपा के पास गाद की मात्रा 20 हजार पार्ट पर मिलियन से अधिक पहुंच गई है। ऐसे में एशिया की सबसे बड़ी भूमिगत परियोजना 1500 मेगावाट की नाथपा झाकड़ी के बांध के गेट शुक्रवार सायं छह बजे से खोल दिए गए हैं। नाथपा बांध प्रबंधन ने नाथपा बांध से पानी छोड़ने के बाद सतलुज नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी की संभावनाएं देखते हुए लोगों से नदी तट पर न जाने की सलाह दी है। लोगों से उन्होंने एहतियात बरतने की हिदायत दी है। सतलुज नदी में किन्नौर क्षेत्र में रामनी, पानवी व मीरू खड्ड का जलस्तर बढ़ गया है। अधिक बारिश से सतलुज की सहायक नदियों का पानी मटमैला होने से सतलुज नदी में सिल्ट की मात्रा काफी अधिक हो गई है। गाद बढ़ते ही परियोजना निर्माताओं ने शुक्रवार सायं छह बजे बांध के गेट खोल दिए हैं। परियोजना प्रबंधकों का कहना है की सतलुज नदी का जलस्तर करीब एक हजार क्यूमेक्स प्रति सेकेंड है, जबकि गाद 20 से 25 हजार पार्ट पर मिलियन है।