पांगी-उदयपुर में फटा बादल, मची तबाही

पांगी- उपमंडल पांगी में सोमवार देर रात तीन जगह बादल फटने से नालों में आए उफान के चलते हिम ऊर्जा के दो पावर हाउसों में बिजली उत्पादन ठप हो गया है। इसके चलते पांच पंचायतों में अंधेरा पसर गया है। नाले के तेज बहाव से पांगी की तीन पंचायतों को शेष विश्व से जोड़ने वाला पुल दरकने से वाहनों की आवाजाही ठप होकर रह गई है और धरवास में परिवहन निगम की तीन बसें फंस गई हैं। प्रारंभिक अनुमान के मुताबिक सीमा सड़क संगठन को बादल फटने से हुई तबाही से करीब 35 लाख रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है। गनीमत यह रही कि रात के समय पेश आई इस घटना में कोई जानी नुकसान नहीं हुआ।  उधर, सीमा सड़क संगठन के आफिसर इन कमांड आरपी सिंह ने बताया कि बादल फटने की घटनाओं से 35 लाख के नुकसान का अनुमान है। जल्द ही धरवास नाले परदरके पुल को दुरुस्त करने का काम शुरू कर दिया जाएगा।

थिरोट परियोजना में मलवा घुसने से विद्युत उत्पादन ठप

केलांग – उदयपुर के समीप बादल फटने से मंगलवार को करीब आधा दर्जन पंचायतों की कूहलें तबाह हो गई हैं, वहीं आईपीएच विभाग की पेयजल योजना भी क्षतिग्रस्त हुई है। यही नहीं लाहुल को रोशन करने वाली थिरोट परियोजना की डैम साइड भी इसकी चपेट में आ गई है और परियोजना के कुछ हिस्से में मलवा घुस गया है। इसके चलते परियोजना में विद्युत उत्पादन ठप हो गया है। एसडीएम केलांग एवं कार्यकारी उपायुक्त अमर सिंह नेगी ने खबर की पुष्टि करते हुए बताया कि सोमवार रात उक्त क्षेत्र में बादल फटा है, जिससे जाहलमा के साथ लगती गोलमा, राफलिंग, हारलिंग सहित अन्य पंचायतों की कूहलें इसकी जद में आई हैं। इसके अलावा यहां बहने वाले नाले का पानी भी मलबे सहित थिरोट परियोजना में घुसा है। ऐसे में परियोजना में टरबाइनों का घूमना बंद हो गया है। लिहाजा लाहुल घाटी में विद्युत व्यवस्था भी ठप हो गई है। प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच जहां नुकसान का आकलन कर रही है, वहीं थिरोट परियोजना में घुसे पानी को बाहर निकाला जा रहा है।