पैसे ले लिए, अब नहीं दे रहे वापस

डीएलएड के लिए हर शिक्षक ने भरी थी 4700 रुपए फीस

नाहन— हिमाचल प्रदेश के सैकड़ों शास्त्री व ड्राइंग टीचर्ज की लाखों रुपए की राशि राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय के पास फंसी हुई है। हालांकि डीएलएड के नाम पर प्रति शिक्षक वसूली गई 4700 रुपए की राशि प्रदेश के उन शिक्षकों को वापस लौटानी थी, जो ड्राइंग व शास्त्री अध्यापक थे, लेकिन राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय प्रबंधन  ने अब तक यह राशि नहीं लौटाई है। सरकार की अधिसूचना के अनुसार प्रदेश के शास्त्री व ड्राइंग टीचर को डीएलएड से छूट दे दी गई थी। ऐसे में उन सैकड़ों अध्यापकों की लाखों रुपए की राशि एनओएस प्रबंधन के पास फंसी पड़ी है, जिन्होंने डीएलएड के फार्म भर दिए थे। गौर हो कि हिमाचल के शिक्षकों के लिए केंद्र सरकार के मानव संसाधन मंत्रालय ने पिछले दिनों डीएलएड को आवश्यक बताया था तथा उन्हें दो वर्षीय डिप्लोमा करने के निर्देश दिए गए थे। अधिसूचना के बाद हिमाचल के हजारों कला, शास्त्री व भाषा अध्यापकों समेत अन्य शिक्षकों ने जनवरी, 2018 में डीएलएड के लिए ऑनलाइन आवेदन किए और इसके लिए बाकायदा 4700 रुपए फीस भी अदा की। कुछ समय बाद सरकार ने कला, शास्त्री और भाषा अध्यापकों को प्रशिक्षित मान कर उन्हें डीएलएड से छूट दे दी और उन्हें जमा करवाई गई फीस वापस लेने के लिए आवेदन करने को कहा, लेकिन आज तक इन अध्यापकों को अपना पैसा वापस नहीं मिला है। उधर, राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय  क्षेत्रीय शाखा धर्मशाला में इस बारे में बात करने की कोशिश की गई, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया। वहीं, डीएलएड  के लिए फीस भर चुके अध्यापकों में शामिल बसंती, अजय, राजेंद्र, दिलीप, भावना व नरेंद्र आदि ने बताया कि उनका पैसा उन्हें शीघ्र  वापस किया जाए।