फिर आर-पार को तैयार

शिमला — ग्रामीण डाक सेवक फिर से आंदोलन की तैयारी में हैं। केंद्र सरकार द्वारा एरियर में कटौती और 12, 24, 36 की वेतन वृद्धि की मांग पूरी न करने से ग्रामीण डाक सेवक रूष्ट हैं। संघ ने केंद्र सरकार से अनियमितताओं में संशोधन की मांग उठाई है। उन्होंने सरकार को चेताया है कि अगर अनियमितताओं में शीघ्र संशोधन नहीं हुआ तो ग्रामीण डाक सेवक सितंबर माह में फिर से संघर्ष का बिगुल फूंक देंगे। अखिल भारतीय ग्रामीण डाक सेवक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेंद्र शर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा कि कमलेश चंद्रा कमेटी की रिपोर्ट के तहत ग्रामीण डाक सेवकों को 1-1-2016 से एरियर मिलना था, मगर सरकार ने इसे 1-7-2018 से लागू किया, जिससे प्रति ग्रामीण डाक सेवक को एरियर में 35-40 हजार रुपए का नुकसान हुआ है। इसके अलावा कमेटी की रिपोर्ट के तहत 12, 24, 36 वर्ष पूरा करने पर मिलने वाली वेतन वृद्धि का लाभ भी नहीं मिल पाया है, जिससे वरिष्ठ और कनिष्ठ डाक सेवकों में कोई अंतर नहीं रह गया है। उन्होंने कहा कि संघ ने ज्ञापन सौंपकर प्रधानमंत्री और संचार मंत्री से अनियमितताओं में संशोधन की मांग उठाई है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर केंद्र सरकार ने समय रहते अनियमितताओं में संशोधन नहीं किया तो सितंबर माह में फिर से विशाल आंदोलन किया जाएगा।