बहू को बदबू न आती तो मिट जाती कई जिंदगियां

नेरचौक – नेरचौक में सावन के दूसरे सोमवार को मचे आग के तांडव में दम घुटने से जहां पांच लोगों के जिंदा जल जाने से शादी समारोह की खुशियां अचानक मातम में बदल गईं, तो वहीं दो जिंदगियां झुलसने से बच गईं। हालांकि उन्हें अपने माता-पिता व अन्य परिजनों की जान न बख्शने पर भगवान से ताउम्र मलाल रहेगा। नरेंद्र सोनी, जिनकी आग की चपेट में आने से मौत हो गई, के पुत्र अंशुल सोनी (33) तथा उनकी पत्नी सीरत सोनी भी चचेरे भाई एवं देवर के विवाह समारोह में चंडीगढ़ से शामिल होने आए हुए थे। दुल्हन के गृह प्रवेश के बाद पिछले दिन की थकान और उसी दोपहर रिसेप्शन की तैयारियों को जहन में बिठा सभी अलग-अलग कमरों में सोने के लिए चले गए। बहू सीरत को कुछ घबराहट होने के कारण नींद नहीं आ रही थी। थोड़ी ही देर के बाद उन्हें कुछ जलने की बदबू आने लगी, तो उन्होंने पति को थका हुआ देख उठाने की जहमत नहीं उठाई, मगर ज्यादा सांस लेने में दिक्कत होने पर उन्होंने पति अंशुल को उठाया और लाइट जलाने पर कमरे में फैला धुआं देखते ही कमरे से बाहर की ओर कोहनी और घुटनों के बल रेंगते हुए निकले। उन्होंने दूसरे कमरों से भी धुआं और जलने की दुर्गंध आने पर बाहर आकर परिजनों को आवाजें लगा जगाया। दरवाजे खटखटाने पर दूसरे कमरों में सोए माता-पिता तथा बुआ व अन्य द्वारा कोई प्रतिक्रिया व्यक्त न करने पर उन्होंने पांव से दरवाजा तोड़ने का प्रयास किया, मगर वे कामयाब नहीं हो पाए। इस पर अन्य परिजनों ने जैसे-तैसे दरवाजा तोड़ा, तो अंदर से आग की लपटें देख वे सभी भौचके रह गए। अस्पताल ले जाने से पहले अंदर सोए हुए पांच लोग दम तोड़ चुके थे। दूल्हे के ताया नरेंद्र सोनी, जो कि लोक निर्माण विभाग से एसडीओ के पद से रिटायर हुए हैं, की दो बेटियां व एक बेटा है। बड़ी बेटी की शादी जिला मंडी के राजगढ़ में हुई है, वह पति के साथ उत्तर प्रदेश, वहीं दूसरी बेटी पति के साथ दुबई में रहती है, जो कि मूल रूप से पंजाब के रहने वाले हैं। बेटा अंशुल सोनी चंडीगढ़ में एक निजी कंपनी में बतौर मैनेजर कार्यरत था, मगर हाल ही में उनका तबादला मुंबई होने पर वह मुंबई में परिवार के लिए आवास की व्यवस्था कर लौटे थे और माता-पिता व धर्मपत्नी को भी शादी के बाद साथ ले जाने के लिए आए थे, मगर सपना धरा का धरा रह गया और अब दोनों बहनों के लिए मायके में वही एक मात्र सहारा बन रह गए हैं। उनकी पत्नी भी वहीं जॉब करती हैं, मगर मातृत्व अवकाश पर हैं।