हद हैं! सलूणी के गांव में खंडहर बना ढांचा

 सुरंगानी —सलूणी उपमंडल की ग्राम पंचायत दिघाई के भैडोग गांव में निर्माणाधीन आंगनबाड़ी केंद्र का कार्य 13 वर्ष बीत जाने के बाद भी पूरा नहीं हो पाया है। जिस कारण आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन एक निजी मकान में किया जा रहा है। इस भवन के निर्माण कार्य पर अब तक करीब साढे चार लाख रुपए की राशि खर्च की जा चुकी है। आंगनबाड़ी केंद्र का कार्य मुकम्मल न होने से यह निर्माणाधीन भवन खंडहर में तब्दील होने लगा है। ग्रामीण जगदीश चंद, महेंद्र सिंह, नरेश कुमार, मान सिंह, पवन कुमार, नरसिंह व कमलो देवी ने बताया कि भैडोग में निर्माणाधीन आंगनबाड़ी केंद्र के भवन का कार्य अरसा बीत जाने के बाद भी मुकम्मल नहीं हो पाया है। उन्होंने बताया कि इस भवन को आज दिन तक दरवाजे व खिड़कियां नसीब नहीं हो पाई है, जबकि फर्श व डंगे का कार्य भी अधूरा पड़ा उन्होंने बताया कि आंगनबाड़ी भवन के निर्माण हेतु पहले चरण में अढाई लाख रुपए मंजूर हुए थे,  जिससे चारदीवारी व छत डाल दी। इसके बाद करीब 11 वर्ष तक काम बंद रहा। उन्होंने बताया कि देखभाल न होने से आंगनबाड़ी की छत से बारिश का पानी अंदर आना शुरू हो गया था। लोगों की मांग पर वर्ष 2017 में दो लाख रुपए ओर मंजूर हुए। इससे भवन की छत की मुरम्मत व दीवारों पर पलस्तर का कार्य ही हो पाया। उन्होंने बताया कि साढे चार लाख रुपए की राशि खर्च होने के बावजूद भवन का कार्य पूरा न होने से इसकी हालत ओर बिगडती जा रही है। उन्होंने सरकार व प्रशासन से जल्द मुनासिब बजट उपल्बध करवाकर आंगनबाड़ी केंद्र के भवन का निर्माण कार्य पूरा करवाने की गुहार लगाई है। उधर सीडीपीओ सलूणी बालम वर्मा ने कहा कि दो- चार दिन में मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लिया जाएगा। भवन निर्माण कार्य पूरा न होने बारे लोगों से बातचीत की जाएगी, यदि कही कुछ गड़बड़ी दिखाई दी तो नोटिस निकाला जाएगा।