होनहार 55 हजार निकालें, फिर खेलने भेजेंगे कोलंबो

धर्मशाला— धर्मशाला में चल रही स्पोर्ट्स डिवेलपमेंट बोर्ड इंडिया की तीसरी नेशनल चैंपियनशिप सवालों के घेरे में है। इस चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाडि़यों का श्रीलंका के कोलंबो में होने वाली साउथ एशियन गेम्स के लिए चयन होगा, लेकिन कोलंबो में खेलने के लिए खिलाडि़यों को 55 हजार और इससे ज्यादा की रकम बोर्ड के पास जमा करवानी होगी। ऐसी शर्त बोर्ड ने खिलाडि़यों पर लगा रखी है। ऐसे में धर्मशाला में पहुंचे खिलाडि़यों का कहना है कि खेल के नाम पर अब बड़ा गोरखधंधा किया जा रहा है। वहीं, विकास बोर्ड की खेल व्यवस्थाओं से परेशान आधा दर्जन राज्यों के खिलाडि़यों ने अपना पैकअप कर वापसी करनी शुरू कर दी है। इसमें पंजाब, हरियाणा व उत्तराखंड सहित अन्य राज्यों की क्रिकेट टीमें भी वापस लौट गई हैं। यही नहीं, इसमें बड़ी बात यह भी सामने आई है कि खिलाडि़यों को उनके राज्य से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम धर्मशाला में उतारने की बात की गई थी, जबकि यहां पहुंचने पर धर्मशाला पुलिस मैदान, जो कि बारिश के कारण कीचड़ से लबालब है, में खेलने को कहा जा रहा है। इससे निराश खिलाड़ी अब बिना खेले की वापस लौट रहे हैं। वहीं, खिलाडि़यों को एंट्री फीस भी वापस नहीं की जा रही है, जिससे खिलाडि़यों में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है। बाहरी राज्यों से वापस लौटने वाली टीमों के खिलाडि़यों में से रजत, अमन, तुषार, रोहित, हर्ष, शिव, वरदान, पवन और 65 वर्षीय आयु वर्ग के एथलीट बलदीप सिंह, 60 वर्षीय हरवंश सिंह और 55 वर्षीय जय कुमार का कहना है कि रजिस्ट्रेशन फीस तो ले ली गई है, लेकिन खिलाडि़यों को सुविधा के नाम पर कुछ नहीं दिया जा रहा है। इतना ही नहीं, अब तक उन्हें उनके इवेंट करवाए जाने की भी कोई गांरटी नहीं है। ऐसे में अब वापस जाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।

प्रमाणपत्र भी मान्य नहीं

नेशनल प्रतियोगिताओं में खिलाडि़यों को बेहतरीन सुविधाएं, इन्फ्रास्ट्रक्चर, खेल किट, पौष्टिक डाइट सहित मेडिकल सुविधाएं भी प्रदान की जाती है, लेकिन धर्मशाला में चल रही प्रतियोगिता में खिलाडि़यों को कोई भी सुविधा प्रदान नहीं की जा रही है। वहीं, खिलाडि़यों का कहना है कि डिवेलपमेंट बोर्ड के प्रमाणपत्र को कोई मान्यता भी प्रदान नहीं है, जिससे अब खेल आयोजन पर बड़े सवाल उठ रहे हैं।

इंटरनेशनल बोर्ड तय करता है फीस, वेन्यू पर कोच ने भटकाए

खेल विकास बोर्ड के प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र सिंह कुंद्रा ने खिलाडि़यों की ओर से उठाए गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि बोर्ड की इंटरनेशनल चैंपियनशिप के लिए रजिस्ट्रेशन फीस इंटरनेशनल बोर्ड ही तय करना है। वहीं, रही स्थान की बात तो क्रिकेट खिलाडि़यों को उनके कोच ने गलत स्थान बताया था, हमने वेन्यू पुलिस मैदान ही निर्धारत किया था।

बिना खेले ही मेडल

धर्मशाला में नेशनल चैंपियनशिप में खिलाडि़यों को कमरों के अंदर ही मेडल बांटने के आरोप भी लगे हैं। इनमें जिन खिलाडि़यों ने कोई भी खेल नहीं खेला है, उन्हें भी मेडल बांट दिए है। वहीं, खिलाडि़यों ने मेडल लेने के बाद अपने घरों की तरफ रुख कर लिया, जिसके बाद बुधवार देर रात तक खिलाड़ी धर्मशाला से बस लेने का इंतजार करते रहे।