12 दिन छान डाले जंगल, श्रुति कहीं नहीं

हर कोई हैरान, दो दिन से टीम के साथ जुटे पुलिस अधीक्षक

नाहन— चूड़धार के जंगलों में दो जुलाई को गायब हुई छह वर्ष की श्रुति का अभी तक कोई सुराग नहीं लग पाया है। पुलिस प्रशासन व स्थानीय लोग हैरत में हैं कि श्रुति को आसमां खा गया या जमीन निगल गई। 12 दिन बाद भी कोई सुराग पुलिस व स्थानीय लोगों के हाथ नहीं लगा है। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद पुलिस अधीक्षक पुलिस दल के साथ दो दिन से स्वयं चूड़धार के जंगलों की खाक छान रहे हैं, लेकिन अभी तक उनके हाथ खाली हैं। पुलिस अधीक्षक के साथ एसआईयू, पीओ सैल के अलावा पुलिस के अन्य यूनिट्स भी जांच के अलग-अलग दिशाओं में कार्य कर रही हैं कि कहीं से कोई सुराग उस मासूम का लग जाए। दो दिन से चूड़धार के जंगलों में करीब डेढ़ दर्जन पुलिस के कर्मी श्रुति की तलाश में जुटे हुए हैं। पुलिस के साथ स्थानीय लोग भी जांच में सहयोग कर रहे हैं, लेकिन दो दिन से चूड़धार क्षेत्र में लगातार बारिश हो रही है, जिसके चलते परेशानी हो रही है। पुलिस ने मोबाइल टावर्स का डाटा भी डंप कर लिया है और जांच कर रही है कि इस दौरान कोई बाहरी राज्य अथवा कोई संदिग्ध मोबाइल नंबर अथवा व्यक्ति इस क्षेत्र में तो नहीं था। पुलिस ने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन राहत बल को भी लिखा है कि वह भी तलाश करें। एक-दो दिन में एनडीआरएफ की टीम मोर्चा संभालेगी। यदि एनडीआरएफ व पुलिस मामला सुलझाने में नाकाम रहती है, तो सरकार सेना की मदद भी ले सकती है।

कपड़े तो मिलते

यदि श्रुति किसी जंगली जानवर के मुंह का निवाला बनी है, तो भी उसके कपड़े अथवा अन्य कोई सबूत चूड़धार के जंगलों में मिल जाता, मगर अभी तक कोई भी सबूत पुलिस व स्थानीय लोगों के हाथ नहीं लगा है। यदि इसे अपहरण से भी जोड़ा जाए, तो भी आज तक कोई सुराग अवश्य पुलिस को लग जाता। पुलिस अधीक्षक रोहित मालपानी ने बताया कि वह दो दिन से स्वयं चूड़धार के जंगलों में पुलिस की विभिन्न यूनिट्स के साथ अलग-अलग एंगल से जांच में जुटे हैं।