इमरान की ताजपोशी में घिरे सिद्धू

पाक आर्मी चीफ से झप्पी, पीओके नेता के बगल में बैठने पर बवाल

इस्लामाबाद— इमरान खान ने शनिवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। पूर्व क्रिकेटर और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। समारोह से पहले नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा से गले मिले। नवजोत सिद्धू संग बाजवा की तस्वीरों ने कांग्रेस को असहज स्थिति में डाल दिया है। यही नहीं, समारोह के दौरान नवजोत सिद्धू को पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) के राष्ट्रपति (सदर) मसूद खान के पास भी बिठाया गया था। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को भारत मान्यता नहीं देता है। उधर, भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने एक चैनल से बातचीत में कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू और कांग्रेस को देश से माफी मांगना चाहिए। कांग्रेस को यह भी बताना चाहिए कि सिद्धू ने पाकिस्तान जाने के लिए पार्टी की मंजूरी ली थी या नहीं? वहीं, मसूद खान के साथ नवजोत सिंह सिद्धू के बैठने को लेकर पूछे गए सवाल पर जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर ने कहा कि वह जिम्मेदार व्यक्ति और मंत्री हैं। सिर्फ वह ही इसका जवाब दे सकते हैं, लेकिन उन्हें इससे बचना चाहिए था। वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता राशिद अल्वी ने एक चैनल पर कहा कि यदि वह मुझसे सलाह लेते, तो मैं उनको पाकिस्तान जाने से रोकता। वह दोस्ती के नाते गए हैं, लेकिन दोस्ती देश से बड़ी नहीं है। सीमा पर हमारे जवान मारे जा रहे हैं और ऐसे में पाकिस्तान सेना के चीफ को सिद्धू का गले लगाना गलत संदेश देता है। भारत सरकार को उन्हें पाकिस्तान जाने की अनुमति नहीं देनी चाहिए थी। भारत सरकार की सहमति से वह पाकिस्तान गए हैं। उधर, लाहौर में सिद्धू ने कहा कि मैं अपने मित्र (इमरान) के आमंत्रण पर पाकिस्तान आया हूं। यह बहुत खास क्षण है।’ उन्होंने कहा, ‘खिलाड़ी और कलाकार दूरियां (देशों के बीच) मिटा देते हैं। यहां पाकिस्तानी लोगों के लिए प्यार का संदेश लेकर आया हूं।’ सिद्धू ने ‘हिंदोस्तान जीवे, पाकिस्तान जीवे!’ का नारा लगाया। बता दें कि सिद्धू के साथ ही कपिल देव और सुनील गावस्कर को भी शपथ ग्रहण का न्योता मिला था। कपिल निजी कारणों और गावस्कर काम की प्रतिबद्धताओं का हवाला देते हुए शपथ ग्रहण में शामिल नहीं हुए थे।