…तो अब गढ्डों की वजह से रिकार्ड बनाएगी मुंबई!

सरकार का ध्यान खींचने के लिए एक शख्श ने की गढ्डों की गिनती, रिकार्ड बुक में दर्ज करवाने की तैयारी

मुंबई— आने वाले दिनों में मुंबई का नाम रिकार्ड बुक में शामिल हो सकता है। मुंबई का नाम इस रिकार्ड में किसी अच्छे काम को लेकर नहीं, बल्कि शहर के ‘गड्ढों’ की वजह से शामिल हो सकता है। बता दें कि मुंबई की सड़कों पर भयानक गड्ढे हैं, जिनकी वजह से इस मानसून कई लोगों की जान जा चुकी है। कई बार दुर्घटनाएं भी हुईं। इससे खफा मुंबई के एक शख्स ने सरकार और प्रशासन को शर्मिंदा करने के मकसद से मुंबई के गड्ढों की गिनती कराई है और उसके वीडियो फुटेज लिए हैं। गड्ढों के फुटेज बनाकर उन्होंने रिकार्ड बुक में इन्हें दर्ज कराने की तैयारी कर ली है। बता दें कि नवीन लाडे नाम के एक शख्स ने मुंबई के गड्ढों की गिनती कराई है। इस गिनती में उन्हें पता चला कि मुंबई में 20 हजार गड्ढे हैं। उन्होंने गड्ढों की वीडियो रिकार्डिंग और फुटेज प्रमाण के तौर पर गिनीज बुक वर्ल्ड रिकार्ड को भेजा था। फिलहाल गिनीज बुक वर्ल्ड रिकार्ड ने उनके आवेदन को रिजेक्ट कर दिया। अब नवीन इसे लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड में भेजने की तैयारी कर रहे हैं। इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स ने मुंबई के गड्ढों से संबंधित आई एंट्री को सामाजिक सरोकारों को देखते हुए स्वीकार कर लिया है और इसे अपने अगले संस्करण में शामिल करने का फैसला लिया है। नवीन ने बताया कि मुंबई के गड्ढे साइलंट किलर हैं। यह शहर के हर कोने में हैं। नवीन ने कहा कि गड्ढों की वजह से जो मौतें हुई हैं उनकी जिम्मेदारी लेने वाला कोई न कोई होना चाहिए। नवीन के मुताबिक उन्होंने आईटी प्रोफेशनल राजेश सोनी की मदद से वेबसाइट मुंबईपॉटहोल्स डॉट कॉम मुंबई बनाया है। इस वेबसाइट की मदद से वह मुंबई के गड्ढों की गणना कर रहे हैं। यह वेबसाइट किसी भी गड्ढे की गिनती के दोहराव को रोकने में मददगार है। नवीन ने बताया कि जियो टैगिंग की मदद से हम गड्ढों की सटीक जानकारी वेबसाइट पर डाल रहे हैं। मुंबई के गड्ढों पर रिकार्ड के संबंध में इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स के इंचार्ज एके चटर्जी ने कहा कि यह हमारे लिए खुशी की बात है कि एक सामाजिक मुद्दे को लेकर हमारे पास एंट्री आई है। उन्होंने कहा कि यह एक महत्त्वपूर्ण विषय है, जिस पर हमें तुंरत ध्यान देने की जरूरत है। यह शहर के विकास से जुड़ा हुआ मुद्दा है।

इस काम पर खर्च हुए चार लाख

रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के रोजगार विंग के महासचिव ने दावा किया है कि नवीन ने गड्ढों की गिनती करने और उनकी डाक्युमेंट्री बनाने में चार लाख रुपए खर्च किए हैं। यह खर्च जागरूकता अभियान के रूप में दोगुना हो गया है। उन्होंने बताया कि अंधेरी के रहने वाले लोगों ने युवाओं की टीम राइजिंग स्टार को नियुक्त किया था, जिन्होंने गड्ढों के लिए सबूत एकत्र किए और नागरिकों से इसके लिए प्रतिक्रियाएं लीं। राइजिंग स्टार ने शहर में बाइक से घूम-घूम कर गड्ढों के फोटो और वीडियो लिए। इस टीम द्वारा एक सोशल मीडिया सेटअप भी तैयार किया गया है। टीम ने मुंबई में जगह-जगह गड्ढों के पोस्टर लगाए और जनता को आवाज उठाने के लिए प्रेरित किया। पिछले दिनों मुंबई के गड्ढों को लेकर कई खबरें प्रकाशित हुई, जिनमें मुंबईकरों की समस्या को सामने रखा गया था। बीएमसी के ई-गवर्नेसं ऐप द्वारा नागरिक समस्याओं को हल न कर पाने की असफलता के बारे में खुलासा किया था। नवीन ने इन खबरों को पढ़ा और इसके बाद उन्हें गड्ढों को रिकार्ड बुक में शामिल करने का उपाय सूझा, जिससे वह प्रशासन पर प्रहार कर सकें।