देवदूत बनी सेना

तिरुवनंतपुरम— केरल में बाढ़ ने तांडव मचा रखा है। राज्य में इस तबाही के बीच थलसेना, वायुसेना और नौसेना देवदूत की भूमिका निभा रही है। यहां तक कि वीर जवान सच में फरिश्तों की तरह जमीन पर उतरकर लोगों की जान बचा रहे हैं। दरअसल, शौर्य चक्र विजेता कैप्टन पी राजकुमार ने एक ऐसे इलाके से 26 लोगों को एयरलिफ्ट किया, जहां मौजूदा स्थिति में इनसान का जाना बेहद मुश्किल था। घने पेड़ों के बीच कैप्टन कुमार ने सी किंग 42 बी चॉपर घर की छत पर ले जाकर इन लोगों को बचाया। आपरेशन के अंत कर वह 32 लोगों की जान बचा चुके थे। अपनी बहादुरी और विषम परिस्थितियों में भी लोगों की जान बचाने के दृढ़ निश्चय को पूरा करते हुए उन्होंने इस बात की बानगी दी है कि सेना किस हद तक जाकर राज्य में लोगों की जान बचा रही है। सेना नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स, इंडियन कोस्ट गार्ड और रैपिड एक्शन फोर्स के साथ मिलकर राज्य को आपदा से राहत दिलाने में जुटी है। इससे पहले नौसेना ने एक वीडियो जारी किया था, जिसमें देखा जा सकता है कि नेवी का हेलिकाप्टर एक गर्भवती महिला को बचा रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि महिला की मदद के लिए हेलिकाप्टर से रस्सी लटकाई गई है, जिसे महिला की कमर से ऊपर बांध दिया जाता है और धीरे-धीरे उन्हें ऊपर खींच लिया जाता है। इस दौरान महिला के गर्भाशय से लगा वॉटर बैग भी लीक हो गया था। बाद में महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया। इस मिशन को पूरा किया कमांडर विजय वर्मा ने।