देशहित के लिए स्वार्थ छोड़ें

राजेश कुमार चौहान, सुजानपुर टीहरा

भारत के शासकों में एकता नहीं थी, जबकि मुगल पूरी तरह एकता के सूत्र में बंधे थे। आज भी स्थिति वैसी ही है और समाज बंटा हुआ है। आज देश आजाद है और अब देश के लोगों को इसकी आजादी को हमेशा बनाए रखने के प्रयास करने चाहिए। अब भारत के अच्छे दिन कैसे लाए जाएं, इस पर विचार करना चाहिए। 15 अगस्त को हमारा देश आजाद हुआ था, इस दिन देश के विभिन्न स्थानों पर कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनमें कई सुप्रसिद्ध लोग और राजनेता  बड़े-बड़े भाषण देते हैं। देश में फैली समस्याओं को समाप्त करने का जिक्र भी होता है। अगर इन बातों को भाषणों तक ही सीमित न रखकर हकीकत में भी अपनाया जाए, तो सभी समस्याओं से देश आजाद हो जाएगा और हमारा देश विश्व के सब देशों से ज्यादा अमीर और खुशहाल बन जाएगा।