धर्मशाला ने आंखों में काटी रात

बारिश का 18 सालों का रिकार्ड टूटा, रौद्र रूप देख सहमे लोग 

 धर्मशाला— प्रदेश की दूसरी राजधानी धर्मशाला में बरसात ने ऐसा कोहराम मचाया कि पिछले 18 वर्षों के बारिश के रिकार्ड तोड़ दिए। भारी बारिश के कारण पहाड़ी क्षेत्र होने के बाद भी पानी लोगों के मकानों, दुकानों और प्रतिष्ठानों में जा घुसा। धर्मशाला में 24 घंटों के भीतर 292.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। पानी का रास्ता रोककर खड़ी की जा रही दीवारों को ढहा कर पानी लोगों के घरों में घुसने लगा है। ऐसा पहली बार हो रहा है, जब पहाड़ पर बसे धर्मशाला  में भी लोगों के घरों में पानी घुस रहा है। बुद्विजीवी एवं एक्सपर्ट इसका मुख्य कारण बेतरजीब निर्माण को ही मान रहे हैं।  पूर्व नगर नियोजन अधिकारी पीपी रैणा का कहना है कि बेतरतीब ढंग से हो रहे निर्माण और पानी की निकासी की कूहलों एवं नालियों को बंद करने के कारण ही पानी अपनी दिशा बदल रहा है। उनका कहना है कि भवन निर्माण के दौरान बरसात में अचानक आने वाले पानी के लिए पूर्व के आधार पर  नालियों को रास्ता छोड़ना होगा अन्यथा पहाड़ी क्षेत्र में घरों में घुसने वाला पानी एक ही घर नहीं बल्कि पूरे मुहल्ले मैं तबाही मचा सकता है।  एसडीएम धर्मेश रामोतरा का कहना है कि बरसात के कारण जब पानी का फ्लो बढ़ा तो लोगों के फोन आने शुरू हो गए। जिसके चलते वह रात को करीब डेढ़ बजे तक धर्मशाला के विभिन्न मुहल्लों में जाकर लोगों से संपर्क करते रहे।  नगर निगम के उपमहापौर देवेंद्र जग्गी का कहना है कि रात को बरसात जब बढ़ गई तो लोगों के फोन आने शुरू हो गए। जिसके चलते वह रात को ही निकल गए और शुक्रवार को भी दिन भर पूरे शहर में जाकर नुकशान का जायजा लिया।