प्रदेश में कहर बनकर बरस रहा मानसून, बारिश से आठ कच्चे मकान जमींदोज
शिमला — प्रदेश में मानसून का कहर जारी है। मूसलाधार बारिश जमकर तबाही मचा रही है। राज्य में बारिश से मानसून के दौरान अब तक लोक निर्माण विभाग को 391 करोड़ 69 लाख और आईपीएच विभाग को 117 करोड़ की चपत लग चुकी है। बारिश से शुक्रवार को राज्य में 177 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही ठप रही। मंडी जोन में सबसे अधिक 126 मार्ग वाहनों की आवाजाही के लिए अवरुद्ध पड़े हुए हैं, जबकि शिमला जोन में 39, कांगड़ा में 10 और हमीरपुर में 2 मार्ग अवरुद्ध हैं। बारिश से राज्य में आठ कच्चे मकान पूरी तरह से जमींदोज हुए हैं, जिसमें दो मकान बिलासपुर में, दो कांगड़ा, तीन ऊना और एक शिमला में है। इसके अलावा 11 कच्चे मकानों को आंशिक नुकसान पहुंचा है। 17 गोशालाएं भी बारिश से पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुई हैं।
2746 पेयजल योजनाएं प्रभावित
प्रदेश में भारी बारिश से आईपीएच विभाग की 2746 स्कीमें प्रभावित हुई हैं। आईपीएच विभाग को मानसून के दौरान अभी तक 117 करोड़ रुपए की चपत लग चुकी है, जबकि सबसे अधिक नुकसान पीडब्ल्यूडी को हुआ है। इसके अलावा बारिश से लोगों के घरों, गोशालाओं को भी नुकसान हुआ है। कई जगह भू-स्खलन से सड़कें तबाह हो गई हैं।
मंडियों तक फसल पहुंचाना मुश्किल
प्रदेश की मुख्य आर्थिकी पर मानसून की भारी मार पड़ रही है। ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कें बंद होने से और मार्गों पर कीचड़ होने के चलते बागबानों को फसल मंडियों तक पहुंचाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग ने राज्य में आगामी तीन दिन के दौरान भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, जो बागबानों की दिक्कतों को और बढ़ा सकती है।