बैठक टली, प्रदर्शन भी नहीं होगा

बिजली बोर्ड प्रबंधन ने कर्मियों की आपसी खींचतान पर लिया फैसला

 शिमला— बिजली बोर्ड में कर्मचारियों की एक यूनियन को बैठक का न्योता देने के बाद बोर्ड प्रबंधन ने बैठक स्थगित कर दी है। बैठक को टालने के पीछे कोई दूसरा कारण नहीं, बल्कि कर्मचारियों की आपसी राजनीति है। बता दें कि अगस्त को एक यूनियन के साथ बोर्ड ने कर्मचारी मुद्दों को लेकर बैठक रखी थी, जिसका दूसरी यूनियनें विरोध करने लगीं। इस विरोध के चलते सर्व कर्मचारी महासंघ ने इस दिन कुमार हाउस, जो कि बोर्ड का मुख्यालय है, में शक्ति प्रदर्शन करने का ऐलान कर दिया। इस तरह के दवाब के आगे झुककर प्रबंधन ने बैठक ही टाल दी है, ताकि किसी तरह का विवाद न बढ़े। बोर्ड द्वारा यह बैठक टालने के बाद सर्वकर्मचारी महासंघ ने अपना शक्ति प्रदर्शन भी टाल दिया है और कहा है कि किसी एक यूनियन से इस तरह की बैठक प्रबंधन दोबारा न करे। यदि ऐसा होता है तो उनका विरोध जारी रहेगा। बिजली बोर्ड में कर्मचारी यूनियनों की लड़ाई लगातार बढ़ रही है। एक तरफ बिजली बोर्ड कर्मचारी यूनियन है तो दूसरी ओर तकनीकी कर्मचारी संघ है। दोनों का टकराव खुलेआम चल रहा है, जिसमें बिजली बोर्ड का प्रबंधन वर्ग भी पिस गया है। कर्मचारियों के बीच बढ़ती इस राजनीति में प्रबंधन ने ही खुद हाथ खींच लिए और बाकायदा   कर्मचारी यूनियन को पत्र लिखकर अवगत करवाया है कि प्रशासनिक कारणों के चलते जो बैठक सात अगस्त को होनी थी, वह नहीं हो सकेगी। इससे सर्वकर्मचारी महासंघ तो खुश है, परंतु दूसरी यूनियन के पदाधिकारी जरूर परेशान होंगे और आने वाले दिनों में वे लोग भी प्रदर्शन कर बोर्ड प्रबंधन पर दवाब बनाने का प्रयास करेंगे।