मासूम पर ड्रिंक सर्व करने का दबाव

ऊना— ऊना जिला के एक गांव में शराब के ठेके के साथ बने अहाते पर करीब दस वर्षीय मासूम को पैग सर्व करने के लिए मजबूर करने का मामला प्रकाश में आया है। चाइल्ड वेलफेयर हेल्पलाइन के पास पहुंची इस शिकायत का मामला श्रम विभाग व बाल संरक्षण विभाग के समक्ष उठाया गया है, लेकिन अभी तक मासूम को अहाते से आजाद करवाने में जिला प्रशासन ने संजीदगी नहीं दिखाई है। जिस मासूम के हाथ में पढ़ाई करने के लिए किताबें व कलम होनी चाहिए थी, उन हाथों में शराब के जाम थमाए जा रहे हैं। इतने गंभीर मामले को लेकर कोई भी सकारात्मक कार्रवाई अभी तक नहीं हो पाई है, जिसके चलते प्रशासन द्वारा बनाई गई विभिन्न बाल संरक्षण कमेटियों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। कानूनी पेचीदगियों के चलते अब श्रम विभाग व अन्य बाल संस्थाएं इस मामले को हल करने के लिए पुलिस के पास पहुंची हैं। एक सजामसेवी ने अहाते पर मासूम बच्चे द्वारा किए जा रहे कार्य को अपराध करार देते हुए मामले की शिकायत चाइल्ड हेल्पलाइन के नंबर पर की है, जिसमें ऐसा कार्य करवाने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग की गई है। इस मासूम बच्चे को आजाद करवाकर उसके परिजनों के हवाले करने के लिए कहा गया है। चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 पर पहुंची इस शिकायत के बाद जिला प्रशासन द्वारा बनाई टास्क फोर्स में भी हलचल मच गई है। बताया जा रहा है कि चाइल्ड वेलफेयर लाइन की ओर से इस मामले की शिकायत पहुंचने के बाद मामले का सच जानने के लिए संबंधित गांव में भी टीम ने चैकिंग की है। इस सारी प्रक्रिया के बाद चाइल्ड हेल्पलाइन ने इस शिकायत पर कार्य करने के लिए बाल संरक्षण के हित में प्रशासन द्वारा बनाई गई कमेटियों के समक्ष मामला उठाया है, लेकिन शिकायत उठाने के बावजूद इस मासूम बच्चे को आजाद करवाने के लिए कोई भी तैयार नहीं है। वहीं, जिला बाल संरक्षण अधिकारी शाम लाल मल्होत्रा का कहना है कि चाइल्ड हेल्पलाइन की ओर से मासूम से श्रम करवाने का मामला ध्यान में लाया गया है। अभी तक कोई लिखित शिकायत की कॉपी नहीं पहुंची है। मामले को लेकर नियमानुसार कार्रवाइ की जाएगी।