मुख्य सचिव की ताजपोशी के लिए सरकार का सीक्रेट प्लान तैयार

हिमाचल सरकार के पास चार विकल्प मौजूद; विनीत चौधरी 30 सितंबर को हो रहे सेवानिवृत्त, सचिवालय में अभी से चर्चाओं का दौर शुरू

शिमला— हिमाचल सरकार के मुख्य सचिव की ताजपोशी के लिए जयराम सरकार ने अपना सीक्रेट प्लान तैयार कर लिया है। इसके तहत सरकार के पास चार खुले विकल्प मौजूद हैं। अन्य प्रदेशों की तर्ज पर सरकार मुख्य सचिव विनीत चौधरी को सेवा विस्तार दे सकती है। नेशनल एडमिनिस्ट्रेशन अकादमी की डायरेक्टर उपमा चौधरी को वापस बुलाया जा सकता है। इस दौरान वरिष्ठता के आधार पर टॉप पॉजिशन में आने पर अतिरिक्त मुख्य सचिव बीके अग्रवाल की ताजपोशी संभव है। विकल्प के तौर पर सरकार मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डा. श्रीकांत बाल्दी की भी सीएस पद पर ताजपोशी कर सकती है।  उल्लेखनीय है कि हिमाचल में अगले मुख्य सचिव की ताजपोशी के लिए अभी से सचिवालय में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। वर्ष 1982 के आईएएस अधिकारी विनीत चौधरी 30 सितंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। इस समयावधि के बाद अगर विनीत चौधरी को सेवा विस्तार नहीं मिला तो भावी मुख्य सचिव के लिए तीन नाम प्रमुख चर्चा में है। मुख्य सचिव की रेस में सबसे मजबूत दावा बीके अग्रवाल का है। वर्ष 1985 बैच के आईएएस बृज कुमार अग्रवाल का 30 जून 2021 तक सेवाकाल है। सिविल लिस्ट में बीके अग्रवाल का नाम आठवें स्थान पर है। अतिरिक्त मुख्य सचिव बीके अग्रवाल के पास होम तथा हैल्थ महत्त्वपूर्ण डिपार्टमेंट हैं। बीके अग्रवाल की छवि और केंद्र में पैठ उनके मुख्य सचिव की दौड़ का सबसे मजबूत पहलू है। इसके अलावा केंद्रीय प्रतिनियुक्ति को छोड़कर हिमाचल की सिविल सूची में वह नंबर वन पर आ जाएंगे। इस कारण वरिष्ठता के आधार पर ही बीके अग्रवाल की राह बेहद आसान है। नंबर वन की पॉजिशन पर विनीत चौधरी और नंबर दो उपमा चौधरी हैं। राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी मसूरी की निदेशक उपमा चौधरी भी मुख्य सचिव की कुर्सी की प्रबल दावेदार है। बेहतर प्रशासक और योग्य अधिकारियों में शुमार उपमा चौधरी का कद सीएस की रेस में उन्हें प्रबल दावेदार बना रहा है। हालांकि उनकी वापसी की राह राज्य सरकार का न्यौता ही आसान कर सकता है। सरकार के बुलावे पर ही उपमा चौधरी मुख्य सचिव बनेगी।  सिविल सूची में तीसरे से लेकर सातवें स्थान तक शामिल डा. आशाराम सिहाग, भाराथी सिवस्वामी सिहाग, तरुण कपूर और अरविंद मेहता केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर है। वीसी फारका को जन शिकायत का प्रधान सलाहकार लगाया गया है। इस कारण आठवें स्थान पर शामिल बीके अग्रवाल और उपमा चौधरी के बीच मुख्य सचिव की रेस है। सिविल सूची में नौवे स्थान पर काबिज डा. श्रीकांत बाल्दी का नाम भी इस रेस में शामिल हो गया है। डा. बाल्दी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के बेहद करीब माने जाते हैं। इसी कारण अतिरिक्त मुख्य सचिव डा. बाल्दी को मुख्यमंत्री का प्रधान सचिव नियुक्त किया गया है। डा. बाल्दी की छवि ने उन्हें मुख्य सचिव पद की रेस का मजबूत दावेदार बना दिया है।

  1. विनीत चौधरी को मिल सकता है सेवाविस्तार
  2. उपमा चौधरी को वापस बुला सकते हैं जयराम
  3. वरिष्ठता के आधार पर बीके अग्रवाल रेस में
  4. श्रीकांत बाल्दी को तोहफा दे सकती है सरकार

* सीएस की नियुक्ति के लिए अभी बहुत समय है। ये सारी बातें परिस्थितियों और समय पर निर्भर करती हैं। इस पर सितंबर के आसपास ही निर्णय लिया जाएगा

जयराम ठाकुर, मुख्यमंत्री