मैं नेगेटिव किरदार मस्त होकर करती हूं…

आम्रपाली गुप्ता

हमारे समाज में खून के रिश्ते सबसे मजबूत माने जाते हैं, लेकिन क्या हमारे लिए बस यही इनसानी रिश्ते मायने रखते हैं ? कुछ रिश्ते ऐसे भी होते हैं जिनका कोई नाम नहीं होता और न तो वह खून से बंधे होते हैं न किसी कानून से लेकिन, वे रिश्ते सिर्फ इसलिए खास और अनूठे हो जाते हैं क्योंकि आप उन्हें गहराई से महसूस करते हैं। जी टीवी पर जल्द ही एक नया फिक्शन शो ‘तुझसे है राब्ता’ शुरू होने जा रहा है, जो दो औरतों के बीच न रहे मां-बेटी के ऐसे ही अनोखे और खट्टे-मीठे रिश्ते की प्यार भरी कहानी सुनाएगा। इस शो में आम्रपाली गुप्ता (माधुरी देशमुख) का किरदार निभा रही हैं। प्रस्तुत हैं आम्रपाली गुप्ता से उनके शो को लेकर हुईर् वार्ता के प्र्रमुख अंशः

शो के बारे में बताइए?

‘तुझसे है राब्ता, दो औरतों के बीच एक अनूठे और गुमनाम रिश्ते की दिलचस्प कहानी है। ऐसे अनोखे कॉन्सेप्ट का हिस्सा बनकर मैं वाकई उत्साहित हूं। मैं इस शो में (माधुरी देशमुख) का रोल कर रही हूं, जो अपनी बेटी कल्याणी को बहुत चाहती है, लेकिन अतीत में हुए कुछ कड़वे अनुभवों के चलते उसका व्यवहार काफी रुखा हो जाता है और वह स्वार्थी बन जाती है। मैं पहली बार इतने अलग लुक में नजर आऊंगी और मुझे उम्मीद है कि दर्शक मुझे इस छोटे से, लेकिन प्र्रभावशाली रोल में जरूर पसंद करेंगे।

आपको किस तरह की भूमिकाएं  पसंद हैं?

मुझे नेगेटिव भूमिका निभाने में ज्यादा मजा आता है। नेगेटिव किरदार में आपको पूरी आजादी होती है कुछ भी करने की। जैसे गिलास तोड़ना है, तो तोड़ना है।  पोजिटिव भूमिका में आपका एक दायरा होता है। उसी के बीच में रह कर आपने काम करना है क्योंकि आपको थोड़ा सा हंसना या रोना है। मुझे यह कतई  पसंद नहीं है कि मैं एक किरदार में पूरी तरह से डूब जाऊं। हां अगर मुझे नेगिटिव किरादार मिलेगा वह भी निभाऊंगी। पोजिटिव भी या फिर कामेडी भी करूंगी।

आपके को-स्टार के साथ कैसा अनुभव रहा?

बहुत ही अच्छा अनुभव रहा, ये जो हमारा इस शो का ग्रुप है इसके सभी कलाकार बहुत ही प्र्रतिभाशाली हैं। इस शो में जो मेरे पति बने हैं। हम सैट पर कम से कम 12 या 14 घंटे तक शूटिंग करते हैं, तो एक फैमिली की तरह रहते हैं। ग्रुप इज वैरी नाइस, प्रोडक्शन हाउस इज वैरी नाइस। एक लंबे समय के बाद मुझे एक डिफरेंट  प्रोडक्शन हाउस में काम करने का मौका मिला है। मेरे निर्माता-निर्देशक बहुत ही अच्छे हैं व काफी सहयोग करते हैं।

आपके  इस शो से दर्शकों में कोई मैसेज जाएगा?

इस शो का सबसे बड़ा तो यह मैसेज जाएगा कि हरेक सौतेली मां बुरी नहीं होती है। इसमें मां और बेटी का एक अलग ही तरह का रिश्ता देखने को मिलेगा। हर मां अपनी बेटी को डांटती ही नहीं है। वे दोनों आपस में फ्रैंड्स भी हो सकती हैं। मेरी बेटी हमेशा चाहती है कि मेरी मां हमेशा सुंदर दिखनी चाहिए और हम दोनों एक जैसी ही ड्रैस पहनें। इस शो में मां का एक अलग ही किरदार नजर आएगा।

आपके द्वारा निभाए गए अब तक के किरदारों में से आपके दिल के करीब कौन सा किरदार है?

अभी तो फिलहाल ‘कबूल है’ को ही बोलूंगी, इसमें मैंने जो तनबी का किरदार निभाया था वह अब भी मेरे दिल के बहुत करीब है।

अगर मौका मिले तो फिल्मों में काम करेंगी?

अभी मैंने ऑडिशन देना जरूर शुरू किया है। फिल्मों के बारे में मैंने अभी तक सोचा नहीं था कि मैं फिल्मों में काम करूंगी। हां अगर मौका मिलेगा, तो फिल्मों में जरूर काम करूंगी। फिलहाल अभी तो पूरा ध्यान ‘तुझसे है राब्ता’ पर केंद्रित है।

— अजय शर्मा, दिल्ली