मैथिली शरण गुप्त

मैथिलीशरण गुप्त (जन्म-3 अगस्त, 1886, झांसी; मृत्यु-12 दिसंबर, 1964, झांसी) खड़ी बोली के प्रथम महत्त्वपूर्ण कवि थे। महावीर प्रसाद द्विवेदी की प्रेरणा से इन्होंने खड़ी बोली को अपनी रचनाओं का माध्यम बनाया और अपनी कविता के द्वारा खड़ी बोली को एक काव्य-भाषा के रूप में निर्मित करने में अथक प्रयास किया। इस तरह ब्रजभाषा जैसी समृद्ध काव्य भाषा को छोड़कर समय और संदर्भों के अनुकूल होने के कारण नए कवियों ने इसे ही अभिव्यक्ति का माध्यम बनाया…