‘सलीबों का शहर’ अपने भीतर के इनसान को हकीकत के दर्पण के सामने ले आता है, जहां बारह कहानियों का यह संग्रह अपने आप में मानव कैनवास की आकृतियों में अलग-अलग रंग भरता प्रतीत होता है। कुछ गहरे, कुछ फीके, कुछ अनचाहे और कुछ वांछित जैसे कहीं से छर रहे हों। कहानियों के पात्र, ‘चुन्नी
कहानी के प्रभाव क्षेत्र में उभरा हिमाचली सृजन, अब अपनी प्रासंगिकता और पुरुषार्थ के साथ परिवेश का प्रतिनिधित्व भी कर रहा है। गद्य साहित्य के गंतव्य को छूते संदर्भों में हिमाचल के घटनाक्रम, जीवन शैली, सामाजिक विडंबनाओं, चीखते पहाड़ों का दर्द, विस्थापन की पीड़ा और आर्थिक अपराधों को समेटती कहानी की कथावस्तु, चरित्र चित्रण, भाषा शैली व उद्देश्यों की समीक्षा करती यह शृंखला। कहानी का यह संसार कल्पना-परिकल्पना और यथार्थ की मिट्टी को विविध सांचों में कितना ढाल पाया। कहानी की यात्रा के मार्मिक, भावनात्मक और कलात्मक पहलुओं पर एक विस्तृत दृष्टि डाल रहे हैं वरिष्ठ समीक्षक एवं मर्मज्ञ साहित्यकार डा. हेमराज कौशिक, आरंभिक विवेचन के साथ किस्त-१०४
कहानी के प्रभाव क्षेत्र में उभरा हिमाचली सृजन, अब अपनी प्रासंगिकता और पुरुषार्थ के साथ परिवेश का प्रतिनिधित्व भी कर रहा है। गद्य साहित्य के गंतव्य को छूते संदर्भों में हिमाचल के घटनाक्रम, जीवन शैली...
रैबीज और पागल कुत्तों के साथ इसके संबंध को हजारों सालों से पहचाना जाता रहा है, जिसका पहला लिखित रिकॉर्ड मेसोपोटामिया सभ्यता में दिखाई देता है। पहली शताब्दी ईस्वी में एक रोमन विद्वान सेलस ने सही कहा...
वरिष्ठ साहित्यकार विनय कुमार सक्सेना हिंदी साहित्य के उन चुनिंदा उपन्यासकारों में गिने जाते हैं जिन्होंने समाज के पारंपरिक विषयों से हटकर ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि को आधार बनाकर साहित्यिक सृजन किया है। उनके उपन्यास न केवल मनोरंजन करते हैं, बल्कि इतिहास, संस्कृति और जनमानस के गहरे संबंध को भी उजागर करते हैं।
कहानी के प्रभाव क्षेत्र में उभरा हिमाचली सृजन, अब अपनी प्रासंगिकता और पुरुषार्थ के साथ परिवेश का प्रतिनिधित्व भी कर रहा है। गद्य साहित्य के गंतव्य को छूते संदर्भों में हिमाचल के घटनाक्रम, जीवन शैली...
सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी डा. अरुण कुमार ने अपनी अंग्रेजी किताब ‘फ्राड्स इन फाइल्स’ में केस स्टडीज का उपयोगी सारांश संकलित किया है। इसमें हिमाचल प्रदेश सरकार के कुछ निगमों...
श्री बल्लभ डोभाल एक प्रख्यात साहित्यकार तो हंै ही, वह एक प्रबुद्ध मनीषी चिंतक, विचारक, सर्जनाकार के साथ-साथ एक निश्छल व्यक्तित्व के धनी भी हैं। उनके हृदय में एक ऐसी पवित्र स्रोतस्विनी प्रवाहित होती रहती है...
कहानी के प्रभाव क्षेत्र में उभरा हिमाचली सृजन, अब अपनी प्रासंगिकता और पुरुषार्थ के साथ परिवेश का प्रतिनिधित्व भी कर रहा है। गद्य साहित्य के गंतव्य को छूते संदर्भों में हिमाचल के घटनाक्रम, जीवन शैली...