रामपुर के जुंआ-मझाली में फटा बादल

रामपुर बुशहर— बरसात अब पहाड़ों को डराने लगी है। भारी बारिश ने मंगलवार रात को देवठी क्षेत्र को हिलाकर रख दिया। इस क्षेत्र में दो अलग-अलग जगह बादल फटे। गनीमत यह रही कि इस प्राकृतिक आपदा में कोई जानी नुकसान नहीं हुआ, लेकिन उपजाऊ जमीन को पानी का जोरदार बहाव साथ ले गया। तीन घरों में इस घटना से दरारें आ गई और सुरक्षा दीवारें ढह गईं। पहली घटना देवठी पंचायत के जुंआ गांव में पेश आई। यहां गांव के पास बादल फट गया। दूसरी ओर मझाली गांव में चड़कूपानी में भी बादल फट गया। ये दोनों ही जगह नालों से दूर हैं, लेकिन एकाएक एक जगह पर आवश्यकता से अधिक बारिश हुई और इस बारिश ने बाढ़ का रूप ले लिया, जिसके बाद इस बाढ़ के आगे जो भी आया, उसने सब कुछ धराशायी कर दिया। देवठी पंचायत के जुंआ गांव के समीप हुकूम सिंह के फलदार सेब के 40 पौधे जमींदोज हो गए। बादल फटने की घटना से देवदार के 8000 पौधे, बान के 3000, रेई के 3000, रबीनिया के 1500, कैंथ के 1500 पेड़ मिट्टी में मिल गए। इसके अलावा मुन्नीलाल के घर की सुरक्षा दीवार ढह गई है। गोशाला में भारी दरारें आ गई, जबकि रामदास के तीन कमरों में भी दरारें आ गईं, वहीं शोभाराम के तीन कमरे आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए। स्कूल का एक शौचालय भी खतरे की जद में चला गया। दूसरी ओर मझाली गांव के चड़कूपानी में भी उसी समय दूसरा बादल फटा, जिसमें पदम देव शर्मा के 30 फलदार पौधे जमींदोज हो गए। तहसीलदार विपिन ठाकुर ने कहा कि देवठी में दो अलग-अलग जगह बादल फटे हैं। तीन घरों में दरारें आई हैं, जबकि 12 परिवारों के 225 सेब के पौधे बह गए हैं। नुकसान का जायजा लिया जा रहा है।

फिर बरपा कहर, सिर्फ पीडब्ल्यूडी को ही 675 करोड़ का नुकसान

शिमला — प्रदेश में एक बार फिर मानसून सक्रिय हो गया है। राज्य में मंगलवार को कई जगह बारिश हुई। बारिश से राज्य में कई घर और गोशालाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं। राज्य में बारिश से अभी भी 46 मार्ग बंद हैं, जिन्हें खोलने का प्रयास जारी है। बारिश से अब तक 1075 करोड़ का नुकसान आंका गया है। इसमें सबसे अधिक पीडब्ल्यूडी को करीब 675 करोड़ का नुकसान हुआ है। मौसम विभाग ने पांच दिन तक राज्य में कुछ जगह बारिश की आशंका जताई है। राज्य में बारिश से 47 मकान, एक दुकान, एक लेबर शेड और 35 गोशालाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं। कांगड़ा में 26 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। यहां 29 गोशालाएं भी बारिश से ढह गई हैं। चंबा, हमीरपुर, मंडी, सिरमौर में भी कई मकान व गोशालाएं क्षतिग्रस्त हो गई हैं।

दो बसें फंसीं

देवठी में दो जगह बादल फटने से कूहल और देवठी पंचायत को जोड़ने वाली सड़क का कुछ हिस्सा बह गया, जिस कारण बुधवार को इस क्षेत्र से आने वाली दो परिवहन विभाग और दो प्राइवेट बसें यहीं फंसी रही। अब लोक निर्माण विभाग जब तक यह सड़क बहाल नहीं करता, तब तक इन बसों को यहां से निकालना आसान नहीं होगा।