लावारिस हुई प्रदेश की सड़कें

 मंडी— केंद्र और प्रदेश में भाजपा की सरकारें होने के बावजूद राज्य की सड़कों की सुध नहीं ली जा रही है। लोक निर्माण जैसा महत्त्वपूर्ण महकमा मुख्यमंत्री के पास होने के बावजूद प्रदेश की सड़कें लावारिस हो गई हैं। बरसात के इस मौसम में सड़कों का सफर जानलेवा हो गया है। ये शब्द पूर्व मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कौल सिंह ठाकुर ने कहे। उन्होंने कहा कि सड़कों की हालत नालों से भी बदतर हो गई है। कौल सिंह ने कहा कि भाजपा के नेता केंद्र से 64 एनएच हिमाचल को मंजूर होने का बयान करते नहीं थकते हैं, मगर सड़कों की मरम्मत नहीं की जा रही है। जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी, तो सड़कों के गड्ढों को लेकर  भाजपाई सड़कों पर उतर आए थे। अब तो केंद्र और प्रदेश में एक ही दल की सरकार है तो प्रदेश की सड़कों की सुध क्यों नहीं ली जा रही है। उन्होंने कहा कि एनएच-20 पर कोटरोपी में बरसात के मौसम में जेसीबी लगाकर खनन शुरू कर दिया, जिससे पूरी मिट्टी दलदल बन गई है। गत वर्ष हुए दर्दनाक हादसे के बाद इस जगह की सुध नहीं ली गई। जबसे कोटरोपी में सड़क बंद हुई, आसपास के गावों के लोगों का जीवन खतरे में पड़ गया है। लोगों को बारिश के मौसम में घर छोड़ कर भागना पड़ता है। वहीं कीर्तपुर-डडौर फोरलेन की हालत खस्ता हो गई है। इस सड़क पर जगह-जगह पर गड्ढे पड़ गए हैं, जबकि फोरलेन के अधिकारी कोई सुनवाई नहीं करते हैं।