शिमला लौटे सीएम, परखे राहत कार्य

बरसात से बरपे कहर की सूचना मिलते ही सभी काम छोड़ एमपी से वापसी

शिमला— अपने निजी दौरे पर मध्य प्रदेश गए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को जैसे ही प्रदेश में बारिश के कहर की सूचना मिली वह अपने दूसरे काम छोड़कर वापस हिमाचल लौट आए। मुख्यमंत्री को तड़के सुबह ही यहां भारी बारिश और उससे बरप रहे कहर के बारे में सूचना दे दी गई थी। सूचना मिलने के साथ ही मुख्यमंत्री ने शिमला वापसी को रूख किया जो शाम को शिमला पहुंचे। यहां पहुंचते ही उन्होंने उच्चाधिकारियों के साथ राहत व बचाव कार्यों पर बैठक की। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में भारी वर्षा के कारण उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की। सीएम ने राज्य उच्च मार्गों तथा राष्ट्रीय उच्च मार्गों पर भू-स्खलन से निपटने के लिए अधिकारियों को तत्काल श्रमशक्ति व मशीनरी तैनात करने के निर्देश दिए ताकि लोगों को किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि विशेषकर राष्ट्रीय उच्च मार्गों व अन्य व्यस्त सड़कों पर यातायात नियमित करने के लिए पग उठाए जाएं। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को भू-स्खलन के कारण प्रभावित सड़कों को बहाल करने के लिए और अधिक मशीनरी लगाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग को जल आपूर्ति योजनाओं को तुरंत बहाल करने और राज्य विद्युत बोर्ड को तत्काल विद्युत आपूर्ति बहाल करने को सुनिश्चित बनाने के निर्देश दिए। जयराम ठाकुर ने कहा कि आवश्यक खाद्य वस्तुओं की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित बनाई जाएगी। शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज, मुख्य सचिव विनीत चौधरी, अतिरिक्त मुख्य सचिव डा. श्रीकांत बाल्दी तथा मनीषा नंदा, उपायुक्त अमित कश्यप, विशेष सचिव राजस्व एवं आपदा प्रबन्धन डी.सी. राणा व विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित रहे।

असुरक्षित दरख्त काटें

सीएम ने अधिकारियों को असुरक्षित पेड़ों को तुंरत हटाने के भी निर्देश दिए हैं, ताकि किसी भी प्रकार की जानमाल की क्षति से बचा जा सके। उन्होंने कहा कि भारी वर्षा के कारण मंगलवार को भी प्रदेश भर में सभी स्कूल बंद रहेंगे। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सड़कों के अवरूद्ध होने के कारण सेब की ढुलाई में किसी प्रकार की बाधा न आना सुनिश्चित बनाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को सेब उत्पादक क्षेत्रों में अवरूद्ध सड़कों को तत्काल बहाल करने के भी निर्देश दिए।