सौ वोकेशनल ट्रेनर की रुकी पगार

निदेशालय में ट्रेनिंग पर न आने पर एसएसए ने गिराई गाज

शिमला – वोकेशनल ट्रेनिंग में भाग न लेना 100 से अधिक वोकेशनल ट्रेनर्ज को महंगा पड़ा है। विभाग ने कार्रवाई करते हुए उक्त टे्रनर्ज के वेतन को रोकने के निर्देश दे दिए हैं। एसएसए के परियोजना निदेशक की ओर से यह कार्रवाई की गई है। जानकारी के मुताबिक एसएसए ने प्रदेश के स्कूलों में कार्यरत 1800 वोकेशनल ट्रेनर्ज के लिए निदेशालय में विशेष ट्रेनिंग आयोजित की थी। इसके लिए बाहरी राज्यों से रिसोर्स पर्सन भी बुलाए गए थे, जिन्होंने वोकेशनल ट्रेनर्ज को स्कूलों में नई तकनीक से पढ़ाने के टिप्स दिए। हालांकि विभाग ने इस ट्रेनिंग के लिए सभी वोकेशनल ट्रेनर्ज का भाग लेना अनिवार्य किया था, बावजूद इसके 100 से अधिक वोकेशनल ट्रेनर्ज ने इसमें भाग नहीं लिया। यह ट्रेनिंग निदेशालय में नौ से 31 जुलाई तक करवाई गई थी। विभाग ने प्रदेश में पहली बार इस तरह की ट्रेनिंग करवाई थी, जिसमें सभी टे्रड के ट्रेनर्ज को बुलाया गया था। इस संबंध में विभाग ने वोकेशनल शिक्षा वाले स्कूलों को निर्देश भी जारी किए थे, लेकिन एक माह तक चली इस ट्रेनिंग में 100 से अधिक वोकेशनल ट्रेनर्ज ने भाग नहीं लिया। इसके चलते एसएसए ने उक्त वोकेशनल ट्रेनर्ज पर यह कार्रवाई की है। विभाग ने इनका जुलाई माह का वेतन रोक दिया है। सर्वशिक्षा अभियान के परियोजना निदेशक आशीष कोहली ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि वोकेशनल ट्रेनर्ज के लिए इस ट्रेनिंग में भाग लेना अनिवार्य किया गया था। चरणबद्ध तरीके से सभी जिलों को इस ट्रेनिंग में बुलाया गया था, लेकिन वोकेशनल ट्रेनर्ज ने इन आदेशों को नजरअंदाज किया है। ऐसे में यह कार्रवाई की गई है।