हमेशा दिल में रहेंगे अटल

पूर्व पीएम के निधन पर शोक में डूबे हरियाणा-उत्तराखंड, सीएम रावत-खट्टर ने दी श्रद्धांजलि

देहरादून/हरियाणा— मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और मनोहर लाल खट्टर ने भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि भारत की जनता आज अपने प्रिय नेता को खोकर शोकाकुल है। श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी के निधन से भारतीय राजनीति के एक युग का अवसान हुआ है। वे भारत के ही नहीं बल्कि विश्व के एक महान नेता थे। सीएम रावत ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के सम्मान में श्रद्धांजलि स्वरूप उत्तराखंड में सात दिन का राष्ट्रीय शोक मनाया जाएगा। इस अवधि में राज्य में जहां राष्ट्रीय ध्वज नियमित रूप से फहराये जाते है, वह राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहेंगे। राज्य में राष्ट्रीय शोक के दिवसों में कोई भी शासकीय मनोरंजन के कार्यक्रम आयोजित नही किए जाएंगे तथा शुक्रवार 17 अगस्त को प्रदेश के समस्त राजकीय कार्यालय, शिक्षण संस्थाएं, अर्द्धशासकीय कार्यालय बंद रहेंगे। अपने शोक संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल जी का उत्तराखंड से विशेष लगाव रहा है। अटल जी मसूरीए देहरादून व नैनीताल भी प्रायः आते रहते थे। उन्होंने ही उत्तराखंड राज्य के गठन को मंजूरी दी थी। अटल जी ने न केवल अलग उत्तराखंड का निर्माण करवाया बल्कि विशेष राज्य का दर्जा देते हुए विशेष औद्योगिक पैकेज भी स्वीकृत किया। उत्तरकाशी की सुरक्षा एवं गंगोत्री आने वाले तीर्थ यात्रियों व पर्यटकों की सुविधा हेतु वरूणावत पर्वत भूस्खलन के उपचार के लिये उन्होंने विशेष आर्थिक सहायता प्रदान की। वहीं सीएम खट्टर ने श्री वाजपेयी को एक महान कवि, जुझारू पत्रकार और वक्ता बताते हुए कहा कि वे एक सच्चे राष्ट्रवादी और दूरदर्शी राजनेता थे, जिन्होंने अपने विलक्षण गुणों से देश के राजनीतिक परिदृश्य को बदल दिया था। उन्होंने कहा कि लोगों ने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर उनका सम्मान किया। श्री खट्टर ने कहा कि तीन बार भारत के प्रधानमंत्री रहे श्री वाजयेपी में नेतृत्व क्षमता और संगठनात्मक कौशल कूट-कूट कर भरा था। प्रधानमंत्री के रूप में देश और देश की अर्थ-व्यवस्था में उनका योगदान देश के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में अंकित रहेगा। देश को और अधिक ऊंचाइयों तक ले जाने की उनकी प्रतिबद्धता और असीमित उत्साह ने उन्हें आर्थिक सुधार करने और पोखरण में परमाणु प्रशिक्षण करके भारत को परमाणु शक्ति सम्पन्न राष्ट्र बनाने का मार्ग प्रशस्त किया।