10 हिमाचली एशियन गेम्स में तिरंगा फहराने के लिए तैयार

जकार्ता में देश की झोली में पदक डालने को 18 से भरेंगे हुंकार

धर्मशाला— 18 अगस्त से इंडोनेशिया के जकार्ता में होने वाले एशियन गेम्स में तिरंगे को सबसे आगे रखने की जिम्मेदारी 10 हिमाचली खिलाडि़यों पर भी होगी। यही नहीं, इन दस खिलाडि़यों में सात बेटियां है, जबकि तीन गबरू देश की झोली में पदक डालने को तैयार हैं। इस बार कबड्डी स्टार सोलन के दभोटा से अजय ठाकुर भारतीय टीम की कमान संभालेंगे। वहीं, भारतीय महिला कबड्डी में कुल्लू की कविता ठाकुर, सिरमौर की प्रिंयका नेगी और रितु नेगी दम दिखाएंगी। हैंडबाल में चार बेटियां सोलन से निधि, बिलासपुर से दीक्षा, प्रिंयका व कुल्लू से एसएसबी में  खिला देवी हिमाचल का डंका बजाएंगी, वहीं, कॉमनवैल्थ गेम्स के पदकवीर हमीरपुर के वेटलिफ्टर विकास ठाकुर फिर प्रदेश का नाम ऊंचा करने उतरेंगे। साथ ही वालीबाल में पहली बार शिमला के पंकज शर्मा हिमाचली चमक बिखरेने की तैयारी में है। इसमें राज्य के 10 से अधिक स्टार खिलाड़ी भी 15 अगस्त बुधवार को इंडोनेशिया के लिए रवाना होंगे। उधर, साई के कबड्डी कोच और प्रदेश कबड्डी संघ के महासचिव रत्न लाल ठाकुर ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के चार कबड्डी खिलाड़ी एशियन गेम्स में भाग लेने के लिए इंडोनेशिया जा रहे हैं। इसमें अजय ठाकुर भारतीय खेमे की कमान भी संभालेंगे, साथ ही तीन बेटियां भी शामिल हैं। यह पहाड़ी राज्य के लिए गर्व की बात है।

एशियन गेम्स-2018 में हिमाचल प्रदेश के लगभग एक दर्जन खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। हिमाचली खेलों के लिए यह स्वर्णिम समय है, जब एक साथ इतने खिलाड़ी देश के लिए जोर-अजमाइश करेंगे                 

भूपेंद्र सिंह, राष्ट्रीय प्रशिक्षक, एथलेटिक्स

देश के 572 खिलाड़ी 36 खेलों में देंगे चुनौती

एशियन गेम्स के 18वें संस्करण में भारत के 572 खिलाड़ी 18 अगस्त से जकार्ता में चुनौती पेश करेंगे। खेल मंत्रालय ने इस बार 804 लोगों के दल को मंजूरी दी है, जिसमें 572 खिलाडि़यों (312 पुरुष और 260 महिला) के अलावा अधिकारी, कोच और डाक्टर शामिल हैं। भारतीय दल इस बार 36 खेलों में भाग लेगा। हालांकि इस बार एशियन गेम्स में 40 खेलों में विभिन्न देशों के खिलाड़ी सहभागिता कर रहे हैं। भारत ने 2014 में हुए एशियन गेम्स 11 गोल्ड, नौ सिल्वर और 37 ब्रांज मेडल मिलाकर कुल 57 मेडल अपने नाम किए थे। खिलाड़ी इस बार प्रदर्शन में सुधार की उम्मीद के साथ उतरेंगे। एशियन गेम्स में चीन ने अब तक सबसे ज्यादा 1342 गोल्ड मेडल जीते हैं। गोल्ड के मामले में भारत का छठा स्थान है। भारत ने अब तक 139 गोल्ड, 178 सिल्वर और 299 ब्रांज समेत कुल 616 मेडल जीते हैं। 2010 के ग्वांगझू एशियन गेम्स में भारत ने मेडल्स के मामले में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था। तब भारत ने 14 गोल्ड, 17 सिल्वर और 34 ब्रांज समेत कुल 65 मेडल जीते थे। एशियाई खेलों में इस बार अगर पदक की करें फ्रीस्टाइल रेसलिंग में सुशील कुमार और वीनेश फोगाट जैसे दिग्गज खिलाडि़यों से इस बार के एशियाई खेलों में पदक की उम्मीद है। वहीं, कबड्डी टीम से सोने की पूरी आस है। उधर, शूटिंग में हिना सिद्धु, मनु भाकर और ट्रैप शूटिंग में मानवजीत सिंह संधू से पदक की आस लगाई जा रही है। भारत की वर्ल्ड चैंपियन स्प्रिंटर हिमा दास से भी गोल्ड लगाने की उम्मीद की जा रही है। बात अगर बैडमिंटन की करें भारत की स्टार शटलर पीवी सिंधु इस बार एशियन गेम्स में शानदार प्रदर्शन करने को तैयार हैं।