किसी नेता के अहम की संतुष्टि के लिए राफेल सौदे की जांच नहीं – रविशंकर प्रसाद

नयी दिल्ली – राफेल सौदे की नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) से जांच कराने की कांग्रेस की मांग पर विधि एवं न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आज कहा कि जिस नेता को मामले की जानकारी नहीं है केवल उनके अहम की संतुष्टि के लिए जांच नहीं की जा सकती। श्री प्रसाद ने बुधवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में राफेल सौदे की कैग से जांच कराने की कांग्रेस की मांग पर पूछे गये सवाल के जवाब में कहा, “मुझे नहीं लगता कि जिस नेता को जानकारी नहीं है उनके अहम की संतुष्टि के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) और कैग की जांच का गठन किया जाता है। ” उन्होंने कहा कि यह भी हैरानी की बात है कि श्री ए के एंटनी जो 8 वर्षों तक रक्षा मंत्री रहे और इस दौरान सेनाओं के आधुनिकीकरण और सशक्तीकरण के लिए कुछ नहीं किया जा सका वे भी इस सौदे पर सवाल उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब ऑफसेट से संबंधित नियम बनाया गया तो श्री एंटनी रक्षा मंत्री थे तो सवाल यह उठता है कि एचएएल को इस हाल में किसने छोड़ा। उन्हें कई सवालों का जवाब देना चाहिए। वायु सेना को विमानों की बेहद अधिक जरूरत है। विमानों के पुराना होने के कारण बार बार दुर्घटनाएं हो रही हैं। मोदी सरकार पूरी ईमानदारी के साथ काम कर रही है और कांग्रेस को देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ नहीं करना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस नेताओं ने आज कैग से मिलकर इस सौदे में अनियमितताओं की जांच की मांग की थी। पार्टी ने कैग को इसके लिए एक ज्ञापन भी दिया है।