पेंशन बहाली को होगी रैली

नारायणगढ़— पेंशन बहाली संघर्ष समिति हरियाणा सात अक्तूबर को मुख्यमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र करनाल में पेंशन बहाली के लिए राज्य स्तरीय रैली आयोजित करेगी। इस बात की जानकारी देते हुए राज्य उपप्रधान कमलदीप हुसैनी ने बताया कि हरियाणा प्रदेश के सभी विभागों के पेंशन विहीन कर्मचारी जिनकी संख्या 1300000 है, रैली के माध्यम से सरकार से यह मांग करेंगे कि सरकार कर्मचारियों के हित से जुड़ी पुरानी पेंशन की मांग को जल्द से जल्द बहाल करें, ताकि कर्मचारियों का नई पेंशन स्कीम में जो शोषण हो रहा है, उससे उनको राहत मिल सके। नई पेंशन नीति से कर्मचारियों को अपना व अपने परिवार का भविष्य अंधकारमय नजर आ रहा है क्योंकि नई पेंशन स्कीम के तहत एक तो वेतन का 10 प्रतिशत हिस्सा कटता है और ऊपर से 30-35 वर्ष की नौकरी से सेवानिवृत्त होने पर न्यूनतम पेंशन की कोई गारंटी नही है। नई पेंशन स्कीम के तहत सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों की अधिकतम पेंशन 1100-1200 रुपए प्रतिमास बन रही है, इसी को देखकर सभी कर्मचारी सकते में है। उन्हें अपने व अपने परिवार के भरण पोषण की चिंता सता रही है। कर्मचारी 30 से 35 वर्ष की सेवा करने के उपरांत भी पेंशन का अधिकारी नहीं है जबकि एक दिन का विधायक और सांसद अगर निर्वाचित हो जाता है तो वह ताउम्र पेंशन पाने का अधिकारी हो जाता है और वह भी लाखों रुपये। अतः सरकार से मांग की जाती है कि इस भेदभाव वाली नई पेंशन स्कीम को तुरंत खत्म करके पुरानी पेंशन योजना को लागू किया जाए। पुरानी पेंशन अधिकार रैली को सफल बनाने के लिए जिला अंबाला, पंचकूला, यमुनानगर व कुरुक्षेत्र के सभी खंडों व जिला कार्यकारिणी की मीटिंग दो सितंबर को सनातन धर्म स्कूल अंबाला छावनी में सुबह 11 बजे रखी गई है। इस बैठक में सभी कार्यकर्ताओं की सात अक्तूबर की पेंशन बहाल रैली करनाल के लिए ड्यूटी लगाई जाएंगी और सभी कर्मचारियों से आह्वान किया जाएगा कि वो सब अपने परिवार सहित इसमें भाग लें, ताकि सरकार को पुरानी पेंशन बहाल करने के लिए जगाया जा सके। साथ ही सरकार से यह मांग की जाएगी कि सरकार जल्द से जल्द कर्मचारियों की इस मांग को पूरा करें नहीं तो कर्मचारी आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे, जिसकी पूरी की पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी।